1. हे परमेश्वर, तूने हमको बिसरा दिया। तूने हमको विनष्ट कर दिया। तू हम पर कुपित हुआ। तू कृपा करके वापस आ।
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5. तू अपने महाशक्ति का प्रयोग करके हमको बचा ले! मेरी प्रार्थना का उतर दे और उस जन को बचा जो तुझको प्यारा है!
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6. परमेश्वर ने अपने मन्दिर में कहा: “मेरी विजय होगी और मैं विजय पर हर्षित होऊँगा। मैं इस धरती को अपने लोगों के बीच बाँटूंगा। मैं शकेम और सुक्कोत घाटी का बँटवारा करूँगा।
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8. मैं मोआब को ऐसा बनाऊँगा, जैसा कोई मेरे चरण धोने का पात्र। एदोम एक दास सा जो मेरी जूतियाँ उठता है। मैं पलिश्ती लोगों को पराजित करूँगा और विजय का उद्धोष करूँगा।
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10. हे परमेश्वर, बस तू ही यह करने में मेरी सहायता कर सकता है। किन्तु तूने तो हमको बिसरा दिया! परमेश्वर हमारे साथ में नहीं जायेगा! और वह हमारी सेना के साथ नहीं जायेगा।
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