1. {#1महिमामय राजा और उसके राज्य } [QS][PS]*दाऊद का भजन *[PE][PBR]पृथ्वी और जो कुछ उसमें है यहोवा ही का है; [QE][QS]जगत और उसमें निवास करनेवाले भी। [QE]
2. [QS]क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी*, [QE][QS]और महानदों के ऊपर स्थिर किया है। [QE]
3. [QS]यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है? [QE][QS]और उसके पवित्रस्थान में कौन खड़ा हो सकता है? [QE]
4. [QS]जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, [QE][QS]जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, [QE][QS]और न कपट से शपथ खाई है। [QE]
5. [QS]वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा, [QE][QS]और अपने उद्धार करनेवाले परमेश्वर की [QE][QS]ओर से धर्मी ठहरेगा। [QE]
6. [QS]ऐसे ही लोग उसके खोजी है, [QE][QS]वे तेरे दर्शन के खोजी याकूबवंशी हैं। (सेला) [QE]
7. [QS]हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो! [QE][QS]हे सनातन के द्वारों, ऊँचे हो जाओ! [QE][QS]क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा। [QE]
8. [QS]वह प्रतापी राजा कौन है? [QE][QS]यहोवा जो सामर्थी और पराक्रमी है, [QE][QS]परमेश्वर जो युद्ध में पराक्रमी है! [QE]
9. [QS]हे फाटकों, अपने सिर ऊँचे करो [QE][QS]हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ! [QE][QS]क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा! [QE]
10. [QS]वह प्रतापी राजा कौन है? [QE][QS]सेनाओं का यहोवा, वही प्रतापी राजा है। (सेला) [QE]