2 कुरिन्थियों 4 : 1 (ERVHI)
मिट्टी के पात्रों में अध्यात्म का धन क्योंकि परमेश्वर के अनुग्रह से यह सेवा हमें प्राप्त हुई है, इसलिए हम निराश नहीं होते।

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