यहेजकेल 35 : 1 (ERVHI)
एदोम के विरुद्ध सन्देश मुझे यहोवा का वचन मिला। उसने कहा,
यहेजकेल 35 : 2 (ERVHI)
“मनुष्य के पुत्र, सेईर पर्वत की ओर ध्यान दो और मेरे लिये इसके विरुद्ध कुछ कहो।
यहेजकेल 35 : 3 (ERVHI)
इससे कहो, ‘मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है: “ ‘सेईर पर्वत, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ! मैं तुम्हें दण्ड दूँगा, मैं तुम्हें खाली बरबाद क्षेत्र कर दूँगा।
यहेजकेल 35 : 4 (ERVHI)
मैं तुम्हारे नगरों को नष्ट करूँगा, और तुम खाली हो जाओगे। तब तुम समझोगे कि मैं यहोवा हूँ।
यहेजकेल 35 : 5 (ERVHI)
“ ‘क्यों क्योंकि तुम सदा मेरे लोगों के विरुद्ध रहे। तुमने इस्राएल के विरुद्ध अपनी तलवारों का उपयोग उनकी विपत्ति के समय में किया, उनके अन्तिम दण्ड के समय में।’ ”
यहेजकेल 35 : 6 (ERVHI)
अत: मेरा स्वामी यहोवा कहता है, “मैं अपने जीवन की शपथ खाकर प्रतिज्ञा करता हूँ कि तुम्हें मैं मृत्यु के मुँह में भेजूँगा। मृत्यु तुम्हारा पीछा करेगी। तुम्हें व्यक्तियों के मारने से घृणा नहीं है, अत: मृत्यु तुम्हारा पीछा करेगी।
यहेजकेल 35 : 7 (ERVHI)
मैं सेईर पर्वत को खाली बरबाद कर दूँगा। मैं उस हर एक व्यक्ति को मार डालूँगा जो उस नगर से आएगा और मैं उस हर व्यक्ति को मार डालूँगा जो उस नगर में जाने का प्रयत्न करेगा।
यहेजकेल 35 : 8 (ERVHI)
मैं उसके पर्वतों को शवों से ढक दूँगा। वे शव तुम्हारी सारी पहाड़ियों, तुम्हारी घाटी और तुम्हारे सारे विषम जंगलों में फैले होंगे।
यहेजकेल 35 : 9 (ERVHI)
मैं तुझे सदा के लिये खाली कर दूँगा। तुम्हारे नगरों में कोई नहीं रहेगा। तब तुम समझोगे कि मैं यहोवा हूँ।”
यहेजकेल 35 : 10 (ERVHI)
तुमने कहा, “ये दोनों राष्ट्र और देश (इस्राएल और यहूदा) मेरे होंगे। हम उन्हें अपना बना लेंगे।” किन्तु यहोवा वहाँ है!
यहेजकेल 35 : 11 (ERVHI)
मेरा स्वामी यहोवा कहता है, “तुम मेरे लोगों के प्रति ईर्ष्यालु थे। तुम उन पर क्रोधित थे और तुम मुझसे घृणा करते थे। अत: अपने जीवन की शपथ खाकर मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं तुम्हें वैसे ही दण्डित करूँगा जैसे तुमने उन्हें चोट पहुँचाई। मैं तुझे दण्ड दूँगा और अपने लोगों को समझने दूँगा कि मैं उनके साथ हूँ।
यहेजकेल 35 : 12 (ERVHI)
तब तुम भी समझोगे कि मैंने तुम्हारे लिये सभी अपमानों को सुना है। “तुमने इस्राएल पर्वत के विरुद्ध बहुत सी बुरी बातें की हैं। तुमने कहा, ‘इस्राएल नष्ट कर दिया गया! हम लोग उसे भोजन की तरह चबा जाएंगे!’
यहेजकेल 35 : 13 (ERVHI)
तुम गर्वीले थे तथा मेरे विरुद्ध तुमने बातें कीं। तुमने अनेक बार कहा और जो तुमने कहा, उसका हर एक शब्द मैंने सुना! हाँ, मैंने तुम्हें सुना।”
यहेजकेल 35 : 14 (ERVHI)
मेरा स्वामी यहोवा यह कहता है, “उस समय सारी धरती प्रसन्न होगी जब मैं तुम्हें नष्ट करूँगा।
यहेजकेल 35 : 15 (ERVHI)
तुम तब प्रसन्न थे जब इस्राएल देश नष्ट हुआ था। मैं तुम्हारे साथ वैसा ही व्यवहार करुँगा। सेईर पर्वत और एदोम का पूरा देश नष्ट कर दिया जाएगा। तब तुम समझोगे कि मैं यहोवा हूँ।”

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15