भजन संहिता 126 : 1 (ERVHI)
जब यहोवा हमें पुन: मुक्त करेगा तो यह ऐसा होगा जैसे कोई सपना हो!
भजन संहिता 126 : 2 (ERVHI)
हम हँस रहे होंगे और खुशी के गीत गा रहे होंगे! तब अन्य राष्ट्र के लोग कहेंगे, “यहोवा ने इनके लिए महान कार्य किये हैं।”
भजन संहिता 126 : 3 (ERVHI)
दूसरे देशों के लोग ये बातें करेंगे इस्राएल के लोगों के लिए यहोवा ने एक अद्भुत काम किया है। अगर यहोवा ने हमारे लिए वह अद्भुत काम किया तो हम प्रसन्न होंगे।
भजन संहिता 126 : 4 (ERVHI)
हे यहोवा, हमें तू स्वतंत्र कर दे, अब तू हमें मरुस्थल के जल से भरे हुए जलधारा जैसा बना दे।
भजन संहिता 126 : 5 (ERVHI)
जब हमने बीज बोये, हम रो रहे थे, किन्तु कटनी के समय हम खुशी के गीत गायेंगे!
भजन संहिता 126 : 6 (ERVHI)
हम बीज लेकर रोते हुए खेतों में गये। सो आनन्द मनाने आओ क्योंकि हम उपज के लिए हुए आ रहे हैं।

1 2 3 4 5 6

BG:

Opacity:

Color:


Size:


Font: