सपन्याह 2 : 1 (ERVHI)
परमेश्वर लोगों से जीवन—पद्धति बदलने को कहता है लज्जाहीन लोगों, मुरझाये और मरते फूलों की तरह होने के पहले
सपन्याह 2 : 2 (ERVHI)
अपने जीवन को बदल डालो। दिन की गर्मी में कोई फूल मुरझायेगा और मर जाएगा। तुम वैसे ही होगे जब यहोवा अपना भयंकर क्रोध प्रकट करेगा। अत: अपने जीवन को, यहोवा द्वारा तुम्हारे विरूद्ध क्रोध प्रकट करने के पहले, बदल डालो!
सपन्याह 2 : 3 (ERVHI)
तुम सभी विनम्र लोगों, यहोवा के पास आओ! उसके नियमों को मानो। अच्छे काम करना सीखो। विनम्र होना सीखो। संभव है तब तुम सुरक्षित रह सको जब यहोवा अपना क्रोध प्रकट करे।
सपन्याह 2 : 4 (ERVHI)
यहोवा इस्राएल के पड़ोसियों को दण्ड देगा अज्जा नगर में कोई भी नहीं बचेगा। अश्कलोन नष्ट किया जायेगा। दोपहर तक लोग अशदोद छोड़ने को विवश किये जायेंगे। एक्रोन सूना होगा!
सपन्याह 2 : 5 (ERVHI)
पलिश्ती लोगों, सागर के तट पर रहने वाले लोगों, यहोवा का यह सन्देश तुम्हारे लिये है। कनान देश, पलिश्ती देश, तुम नष्ट कर दिये जाओगे, वहाँ कोई नहीं रहेगा!
सपन्याह 2 : 6 (ERVHI)
समुद्र के किनारे की तुम्हारी भूमि तुम्हारे गडेरियों और उनकी भेड़ों के लिये खाली खेत हो जाएंगे।
सपन्याह 2 : 7 (ERVHI)
तब वह भूमि यहूदा के बचे हुए लोगों के लिये होगी। यहोवा यहूदा के उन लोगों को याद रखेगा। वे लोग विदेश में बन्दी हैं। किन्तु यहोवा उन्हें वापस लाएगा। तब यहूदा के लोग उन खेतों में अपनी भेड़ों को घास चरने देंगे। शाम को वे अश्कलोन के खाली घरों में लेटेंगे।
सपन्याह 2 : 8 (ERVHI)
यहोवा कहता है, “मैं जानता हूँ कि मोआब और अम्मोन के लोगों ने क्या किया! उन लोगों ने हमारे लोगों को लज्जित किया। उन लोगों ने अपने देश को और अधिक बड़ा करने के लिये उनकी भूमि ली।
सपन्याह 2 : 9 (ERVHI)
अत: जैसा कि मैं शाश्वत हूँ, मोआब और अम्मोन के लोग सदोम और अमोरा की तरह नष्ट किये जाएंगे। मैं सर्वशक्तिमान यहोवा, इस्राएल का परमेश्वर हूं। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि वे देश सदैव के लिये पूरी तरह नष्ट किये जाएंगे। उनकी भूमि में जंगली घासें उगेंगी। उनकी भूमि मृत सागर के नमक से ढकी भूमि जैसी होगी। मेरे लोगों में से बचे हुए उस भूमि को तथा इसमें छोड़ी गई हर चीज़ को लेंगे।”
सपन्याह 2 : 10 (ERVHI)
वे बातें, मोआब और अम्मोन के लोगों के लिये घटित होंगी क्योंकि उन्होंने सर्वशक्तिमान यहोवा के लोगों को लज्जित किया।
सपन्याह 2 : 11 (ERVHI)
वे लोग यहोवा से डरेंगे! क्यों क्योंकि यहोवा उनके देवताओं को नष्ट करेगा। तब सभी दूर—दराज़ के देश यहोवा की उपासना करेंगे।
सपन्याह 2 : 12 (ERVHI)
कूश के लोगों, इसका अर्थ तुम भी हो। यहोवा की तलवार तुम्हारे लोगों को मार डालेगी
सपन्याह 2 : 13 (ERVHI)
और यहोवा उत्तर की ओर अपना हाथ बढ़ाएगा और अश्शूर को दण्ड देगा। वे नीनवे को नष्ट करेगा, वह नगर खाली सूखी मरूभूमि जैसा होगा।
सपन्याह 2 : 14 (ERVHI)
तब केवल भेड़ें और जंगली जानवर उस बर्बाद नगर में रहेंगे। उल्लू और कौवे उन स्तम्भों पर बैठेंगे जो खड़े छोड़ दिये गए हैं। उनकी ध्वनि खिड़कियों से आती सुनाई पड़ेगी। कौवे द्वारों की सीढ़ियों पर बैठेंगे। उन सूने घरों में काले पक्षी बैठेंगे।
सपन्याह 2 : 15 (ERVHI)
नीनवे इन दिनों इतना अधिक घमण्डी है। यह ऐसा प्रसन्न नगर है। लोग समझते हैं कि वे सुरक्षित हैं। वे समझते हैं कि नीनवे संसार में सबसे बड़ा स्थान है। किन्तु वह नगर नष्ट किया जायेगा! यह एक सूना स्थान होगा, जहाँ केवल जंगली जानवर आराम करने जाते हैं। जब लोग उधर से गुजरेंगे और देखेंगे कि कितनी बुरी तरह नगर नष्ट किया गया है तब वे सीटियाँ बजाएंगे और सिर हिलायेंगे।
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