1 इतिहास 11 : 1 (IRVHI)
दाऊद को पूरे इस्राएल का राजा ठहराया गया तब सब इस्राएली दाऊद के पास हेब्रोन में इकट्ठे होकर कहने लगे, “सुन, हम लोग और तू एक ही हड्डी और माँस हैं।
1 इतिहास 11 : 2 (IRVHI)
पिछले दिनों में जब शाऊल राजा था, तब भी इस्राएलियों का अगुआ तू ही था, और तेरे परमेश्‍वर यहोवा ने तुझ से कहा, 'मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा, और मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान, तू ही होगा'। “(मत्ती 2:6, भज. 78:71)
1 इतिहास 11 : 3 (IRVHI)
इसलिए सब इस्राएली पुरनिये हेब्रोन में राजा के पास आए, और दाऊद ने उनके साथ हेब्रोन में यहोवा के सामने वाचा बाँधी; और उन्होंने यहोवा के वचन के अनुसार, जो उसने शमूएल से कहा था, इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक किया।
1 इतिहास 11 : 4 (IRVHI)
तब सब इस्राएलियों समेत दाऊद यरूशलेम गया, जो यबूस भी कहलाता था, और वहाँ यबूसी नामक उस देश के निवासी रहते थे।
1 इतिहास 11 : 5 (IRVHI)
तब यबूस के निवासियों ने दाऊद से कहा, “तू यहाँ आने नहीं पाएगा।” तो भी दाऊद ने सिय्योन नामक गढ़ को ले लिया, वही दाऊदपुर भी कहलाता है।
1 इतिहास 11 : 6 (IRVHI)
दाऊद ने कहा, “जो कोई यबूसियों को सबसे पहले मारेगा, वह मुख्य सेनापति होगा, तब सरूयाह का पुत्र योआब* सबसे पहले चढ़ गया, और सेनापति बन गया।
1 इतिहास 11 : 7 (IRVHI)
तब दाऊद उस गढ़ में रहने लगा, इसलिए उसका नाम दाऊदपुर पड़ा।
1 इतिहास 11 : 8 (IRVHI)
और उसने नगर के चारों ओर, अर्थात् मिल्लो से लेकर चारों ओर शहरपनाह बनवाई, और योआब ने शेष नगर के खण्डहरों को फिर बसाया।
1 इतिहास 11 : 9 (IRVHI)
और दाऊद की प्रतिष्ठा अधिक बढ़ती गई और सेनाओं का यहोवा उसके संग था।
1 इतिहास 11 : 10 (IRVHI)
दाऊद के शूरवीर यहोवा ने इस्राएल के विषय जो वचन कहा था, उसके अनुसार दाऊद के जिन शूरवीरों ने सब इस्राएलियों समेत उसके राज्य में उसके पक्ष में होकर, उसे राजा बनाने को जोर दिया*, उनमें से मुख्य पुरुष ये हैं।
1 इतिहास 11 : 11 (IRVHI)
दाऊद के शूरवीरों की नामावली यह है, अर्थात् एक हक्मोनी का पुत्र याशोबाम जो तीसों में मुख्य था, उसने तीन सौ पुरुषों पर भाला चलाकर, उन्हें एक ही समय में मार डाला।
1 इतिहास 11 : 12 (IRVHI)
उसके बाद अहोही दोदो का पुत्र एलीआजर जो तीनों महान वीरों में से एक था।
1 इतिहास 11 : 13 (IRVHI)
वह पसदम्मीम में जहाँ जौ का एक खेत था, दाऊद के संग रहा जब पलिश्ती वहाँ युद्ध करने को इकट्ठे हुए थे, और लोग पलिश्तियों के सामने से भाग गए।
1 इतिहास 11 : 14 (IRVHI)
तब उन्होंने उस खेत के बीच में खड़े होकर उसकी रक्षा की, और पलिश्तियों को मारा, और यहोवा ने उनका बड़ा उद्धार किया।
1 इतिहास 11 : 15 (IRVHI)
तीसों मुख्य पुरुषों में से तीन दाऊद के पास चट्टान को, अर्थात् अदुल्लाम नामक गुफा में गए, और पलिश्तियों की छावनी रापा नामक तराई में पड़ी हुई थी।
1 इतिहास 11 : 16 (IRVHI)
उस समय दाऊद गढ़ में था, और उस समय पलिश्तियों की एक चौकी बैतलहम में थी।
1 इतिहास 11 : 17 (IRVHI)
तब दाऊद ने बड़ी अभिलाषा के साथ कहा, “कौन मुझे बैतलहम के फाटक के पास के कुएँ का पानी पिलाएगा।”
1 इतिहास 11 : 18 (IRVHI)
तब वे तीनों जन पलिश्तियों की छावनी पर टूट पड़े और बैतलहम के फाटक के कुएँ से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए; परन्तु दाऊद ने पीने से इन्कार किया और यहोवा के सामने अर्घ करके उण्डेला:
1 इतिहास 11 : 19 (IRVHI)
और उसने कहा, “मेरा परमेश्‍वर मुझसे ऐसा करना दूर रखे। क्या मैं इन मनुष्यों का लहू पीऊँ जिन्होंने अपने प्राणों पर खेला है? ये तो अपने प्राण पर खेलकर उसे ले आए हैं।” इसलिए उसने वह पानी पीने से इन्कार किया। इन तीन वीरों ने ये ही काम किए।
1 इतिहास 11 : 20 (IRVHI)
अबीशै जो योआब का भाई था, वह तीनों में मुख्य था। उसने अपना भाला चलाकर तीन सौ को मार डाला और तीनों में नामी हो गया।
1 इतिहास 11 : 21 (IRVHI)
दूसरी श्रेणी के तीनों में वह अधिक प्रतिष्ठित था, और उनका प्रधान हो गया, परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुँचा
1 इतिहास 11 : 22 (IRVHI)
यहोयादा का पुत्र बनायाह था, जो कबसेल के एक वीर का पुत्र था, जिस ने बड़े-बड़े काम किए थे, उसने सिंह समान दो मोआबियों को मार डाला, और हिमऋतु में उसने एक गड्ढे में उतर के एक सिंह को मार डाला।
1 इतिहास 11 : 23 (IRVHI)
फिर उसने एक डील-डौलवाले अर्थात् पाँच हाथ लम्बे मिस्री पुरुष को मार डाला, वह मिस्री हाथ में जुलाहों का ढेका-सा एक भाला लिए हुए था, परन्तु बनायाह एक लाठी ही लिए हुए उसके पास गया, और मिस्री के हाथ से भाले को छीनकर उसी के भाले से उसे घात किया।
1 इतिहास 11 : 24 (IRVHI)
ऐसे-ऐसे काम करके यहोयादा का पुत्र बनायाह उन तीनों वीरों में नामी हो गया।
1 इतिहास 11 : 25 (IRVHI)
वह तो तीसों से अधिक प्रतिष्ठित था, परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुँचा। उसको दाऊद ने अपने अंगरक्षकों का प्रधान नियुक्त किया।
1 इतिहास 11 : 26 (IRVHI)
फिर दलों के वीर ये थे, अर्थात् योआब का भाई असाहेल, बैतलहमी दोदो का पुत्र एल्हनान,
1 इतिहास 11 : 27 (IRVHI)
हरोरी शम्मोत, पलोनी हेलेस,
1 इतिहास 11 : 28 (IRVHI)
तकोई इक्केश का पुत्र ईरा, अनातोती अबीएजेर,
1 इतिहास 11 : 29 (IRVHI)
सिब्बकै हूशाई, अहोही ईलै,
1 इतिहास 11 : 30 (IRVHI)
महरै नतोपाई, एक और नतोपाई बानाह का पुत्र हेलेद,
1 इतिहास 11 : 31 (IRVHI)
बिन्यामीनियों के गिबा नगरवासी रीबै का पुत्र इतै, पिरातोनी बनायाह,
1 इतिहास 11 : 32 (IRVHI)
गाश के नालों के पास रहनेवाला हूरै, अराबावासी अबीएल,
1 इतिहास 11 : 33 (IRVHI)
बहूरीमी अज्मावेत, शालबोनी एल्यहबा,
1 इतिहास 11 : 34 (IRVHI)
गीजोई हाशेम के पुत्र, फिर हरारी शागे का पुत्र योनातान,
1 इतिहास 11 : 35 (IRVHI)
हरारी साकार का पुत्र अहीआम, ऊर का पुत्र एलीपाल,
1 इतिहास 11 : 36 (IRVHI)
मकेराई हेपेर, पलोनी अहिय्याह,
1 इतिहास 11 : 37 (IRVHI)
कर्मेली हेस्रो, एज्बै का पुत्र नारै,
1 इतिहास 11 : 38 (IRVHI)
नातान का भाई योएल, हग्री का पुत्र मिभार,
1 इतिहास 11 : 39 (IRVHI)
अम्मोनी सेलेक, बेरोती नहरै जो सरूयाह के पुत्र योआब का हथियार ढोनेवाला था,
1 इतिहास 11 : 40 (IRVHI)
येतेरी ईरा और गारेब,
1 इतिहास 11 : 41 (IRVHI)
हित्ती ऊरिय्याह, अहलै का पुत्र जाबाद,
1 इतिहास 11 : 42 (IRVHI)
तीस पुरुषों समेत रूबेनी शीजा का पुत्र अदीना जो रूबेनियों का मुखिया था,
1 इतिहास 11 : 43 (IRVHI)
माका का पुत्र हानान, मेतेनी योशापात,
1 इतिहास 11 : 44 (IRVHI)
अश्तारोती उज्जियाह, अरोएरी होताम के पुत्र शामा और यीएल,
1 इतिहास 11 : 45 (IRVHI)
शिम्री का पुत्र यदीएल और उसका भाई तीसी, योहा,
1 इतिहास 11 : 46 (IRVHI)
महवीमी एलीएल, एलनाम के पुत्र यरीबै और योशव्याह, मोआबी यित्मा,
1 इतिहास 11 : 47 (IRVHI)
एलीएल, ओबेद और मसोबाई यासीएल।

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