भजन संहिता 110 : 1 (IRVHI)
{मसीह के शासनकाल की घोषणा} [PS] मेरे प्रभु से यहोवा की वाणी यह है, “तू मेरे दाहिने ओर बैठ, [QBR] जब तक कि मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न कर दूँ।” (इब्रा. 10:12-13, लूका 20:42-43) [QBR]
भजन संहिता 110 : 2 (IRVHI)
तेरे पराक्रम का राजदण्ड यहोवा सिय्योन से बढ़ाएगा। [QBR] तू अपने शत्रुओं के बीच में शासन कर। [QBR]
भजन संहिता 110 : 3 (IRVHI)
तेरी प्रजा के लोग तेरे पराक्रम के दिन स्वेच्छाबलि बनते हैं; [QBR] तेरे जवान लोग पवित्रता से शोभायमान, [QBR] और भोर के गर्भ से जन्मी हुई ओस के समान तेरे पास हैं। [QBR]
भजन संहिता 110 : 4 (IRVHI)
यहोवा ने शपथ खाई और न पछताएगा, [QBR] “तू मलिकिसिदक की रीति पर सर्वदा का याजक है।” (इब्रा. 7:21, इब्रा. 7:17) [QBR]
भजन संहिता 110 : 5 (IRVHI)
प्रभु तेरी दाहिनी ओर होकर [QBR] अपने क्रोध के दिन राजाओं को चूर कर देगा। (भज. 143:5) [QBR]
भजन संहिता 110 : 6 (IRVHI)
वह जाति-जाति में न्याय चुकाएगा, रणभूमि शवों से भर जाएगी; [QBR] वह लम्बे चौड़े देशों के प्रधानों को चूर-चूर कर देगा [QBR]
भजन संहिता 110 : 7 (IRVHI)
वह मार्ग में चलता हुआ नदी का जल पीएगा [QBR] और तब वह विजय के बाद अपने सिर को ऊँचा करेगा। [PE]

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