भजन संहिता 20 : 1 (IRVHI)
विजय के लिये प्रार्थना प्रधान बजानेवाले के लिये दाऊद का भजन संकट के दिन यहोवा तेरी सुन ले! याकूब के परमेश्‍वर का नाम तुझे ऊँचे स्थान पर नियुक्त करे!
भजन संहिता 20 : 2 (IRVHI)
वह पवित्रस्‍थान से तेरी सहायता करे, और सिय्योन से तुझे सम्भाल ले!
भजन संहिता 20 : 3 (IRVHI)
वह तेरे सब भेंटों को स्मरण करे, और तेरे होमबलि को ग्रहण करे। (सेला)
भजन संहिता 20 : 4 (IRVHI)
वह तेरे मन की इच्छा को पूरी करे, और तेरी सारी युक्ति को सफल करे!
भजन संहिता 20 : 5 (IRVHI)
तब हम तेरे उद्धार के कारण ऊँचे स्वर से हर्षित होकर गाएँगे, और अपने परमेश्‍वर के नाम से झण्डे खड़े करेंगे। यहोवा तेरे सारे निवेदन स्वीकार करे। (भज. 60:4)
भजन संहिता 20 : 6 (IRVHI)
अब मैं जान गया कि यहोवा अपने अभिषिक्त को बचाएगा; वह अपने पवित्र स्वर्ग से, अपने दाहिने हाथ के उद्धार के सामर्थ्य से, उसको उत्तर देगा।
भजन संहिता 20 : 7 (IRVHI)
किसी को रथों पर, और किसी को घोड़ों पर भरोसा है, परन्तु हम तो अपने परमेश्‍वर यहोवा ही का नाम लेंगे। (भज. 33:16-17)
भजन संहिता 20 : 8 (IRVHI)
वे तो झुक गए और गिर पड़े:* परन्तु हम उठे और सीधे खड़े हैं।
भजन संहिता 20 : 9 (IRVHI)
हे यहोवा, राजा को छुड़ा; जब हम तुझे पुकारें तब हमारी सहायता कर।

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