भजन संहिता 54 : 1 (IRVHI)
उद्धार के लिये प्रार्थना *प्रधान बजानेवाले के लिये, दाऊद का तारकले बाजों के साथ मश्कील जब जीपियों ने आकर शाऊल से कहा, “क्या दाऊद हमारे बीच में छिपा नहीं रहता?” *हे परमेश्‍वर अपने नाम के द्वारा मेरा उद्धार कर*, और अपने पराक्रम से मेरा न्याय कर।
भजन संहिता 54 : 2 (IRVHI)
हे परमेश्‍वर, मेरी प्रार्थना सुन ले; मेरे मुँह के वचनों की ओर कान लगा।
भजन संहिता 54 : 3 (IRVHI)
क्योंकि परदेशी मेरे विरुद्ध उठे हैं, और कुकर्मी मेरे प्राण के गाहक हुए हैं; उन्होंने परमेश्‍वर को अपने सम्मुख नहीं जाना। (सेला)
भजन संहिता 54 : 4 (IRVHI)
देखो, परमेश्‍वर मेरा सहायक है; प्रभु मेरे प्राण को सम्भालनेवाला है।
भजन संहिता 54 : 5 (IRVHI)
वह मेरे द्रोहियों की बुराई को उन्हीं पर लौटा देगा; हे परमेश्‍वर, अपनी सच्चाई के कारण उनका विनाश कर।
भजन संहिता 54 : 6 (IRVHI)
मैं तुझे स्वेच्छाबलि चढ़ाऊँगा*; हे यहोवा, मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूँगा, क्योंकि यह उत्तम है।
भजन संहिता 54 : 7 (IRVHI)
क्योंकि तूने मुझे सब दुःखों से छुड़ाया है, और मैंने अपने शत्रुओं पर विजयपूर्ण दृष्टि डाली है।

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