भजन संहिता 63 : 1 (IRVHI)
{प्यासा मन परमेश्‍वर में तृप्त } *दाऊद का भजन; जब वह यहूदा के जंगल में था। *हे परमेश्‍वर, तू मेरा परमेश्‍वर है, मैं तुझे यत्न से ढूँढ़ूगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर*, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है।

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