भजन संहिता 65 : 1 (IRVHI)
{परमेश्‍वर की स्तुति और धन्यवाद } प्रधान बजानेवाले के लिये दाऊद का भजन, गीत हे परमेश्‍वर, सिय्योन में स्तुति तेरी बाट जोहती है; और तेरे लिये मन्नतें पूरी की जाएँगी*।

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