भजन संहिता 84 : 1 (IRVHI)
{परमेश्‍वर के भवन की चाहत } प्रधान बजानेवाले के लिये गित्तीथ में कोरहवंशियों का भजन हे सेनाओं के यहोवा, तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं!

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