भजन संहिता 42 : 1 (OCVHI)
द्वितीय पुस्तक
स्तोत्र 42–72
*संगीत निर्देशक के लिये. कोराह के पुत्रों की मसकील* शीर्षक: शायद साहित्यिक या संगीत संबंधित एक शब्द गीत रचना. *जैसे हिरणी को बहते झरनों की उत्कट लालसा होती है, वैसे ही परमेश्वर, मेरे प्राण को आपकी लालसा रहती है.

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