भजन संहिता 85 : 1 (OCVHI)
याहवेह, आपने अपने देश पर कृपादृष्टि की है; आपने याकोब की समृद्धि को पुनःस्थापित किया है.

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13