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विलापगीत
यहेजकेल
दानिय्येल
होशे
योएल
आमोस
ओबद्दाह
योना
मीका
नहूम
हबक्कूक
सपन्याह
हाग्गै
जकर्याह
मलाकी
नई टैस्टमैंट
मत्ती
मरकुस
लूका
यूहन्ना
प्रेरितों के काम
रोमियो
1 कुरिन्थियों
2 कुरिन्थियों
गलातियों
इफिसियों
फिलिप्पियों
कुलुस्सियों
1 थिस्सलुनीकियों
2 थिस्सलुनीकियों
1 तीमुथियुस
2 तीमुथियुस
तीतुस
फिलेमोन
इब्रानियों
याकूब
1 पतरस
2 पतरस
1 यूहन्ना
2 यूहन्ना
3 यूहन्ना
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यहोशू 7
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यहोशू
न्यायियों
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लूका
यूहन्ना
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यहोशू 7:0 (02 40 am)
हमारे बारे में
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यहोशू 7
1
परन्तु
इस्राएलियों
ने
अर्पण
की
वस्तु
के
विषय
में
विश्वासघात
किया;
अर्थात
यहूदा
के
गोत्र
का
आकान,
जो
जेरहवंशी
जब्दी
का
पोता
और
कर्म्मी
का
पुत्र
था,
उसने
अर्पण
की
वस्तुओं
में
से
कुछ
ले
लिया;
इस
कारण
यहोवा
का
कोप
इस्राएलियों
पर
भड़क
उठा॥
2
और
यहोशू
ने
यरीहो
से
ऐ
नाम
नगर
के
पास,
जो
बेतावेन
से
लगा
हुआ
बेतेल
की
पूर्व
की
ओर
है,
कितने
पुरूषों
को
यह
कहकर
भेजा,
कि
जा
कर
देश
का
भेद
ले
आओ।
और
उन
पुरूषों
ने
जा
कर
ऐ
का
भेद
लिया।
3
और
उन्होंने
यहोशू
के
पास
लौटकर
कहा,
सब
लोग
वहां
न
जाएं,
कोई
दो
वा
तीन
हजार
पुरूष
जा
कर
ऐ
को
जीत
सकते
हैं;
सब
लोगों
को
वहां
जाने
का
कष्ट
न
दे,
क्योंकि
वे
लोग
थोड़े
ही
हैं।
4
इसलिये
कोई
तीन
हजार
पुरूष
वहां
गए;
परन्तु
ऐ
के
रहने
वालों
के
साम्हने
से
भाग
आए,
5
तब
ऐ
के
रहने
वालों
ने
उन
में
से
कोई
छत्तीस
पुरूष
मार
डाले,
और
अपने
फाटक
से
शबारीम
तक
उनका
पीछा
करके
उतराई
में
उन
को
मारते
गए।
तब
लोगों
का
मन
पिघलकर
जल
सा
बन
गया।
6
तब
यहोशू
ने
अपने
वस्त्र
फाड़े,
और
वह
और
इस्राएली
वृद्ध
लोग
यहोवा
के
सन्दूक
के
साम्हने
मुंह
के
बल
गिरकर
पृथ्वी
पर
सांझ
तक
पड़े
रहे;
और
उन्होंने
अपने
अपने
सिर
पर
धूल
डाली।
7
और
यहोशू
ने
कहा,
हाय,
प्रभु
यहोवा,
तू
अपनी
इस
प्रजा
को
यरदन
पार
क्यों
ले
आया?
क्या
हमें
एमोरियों
के
वश
में
करके
नष्ट
करने
के
लिये
ले
आया
है?
भला
होता
कि
हम
संतोष
करके
यरदन
के
उस
पार
रह
जाते।
8
हाय,
प्रभु
मैं
क्या
कहूं,
जब
इस्राएलियों
ने
अपने
शत्रुओं
को
पीठ
दिखाई
है!
9
क्योंकि
कनानी
वरन
इस
देश
के
सब
निवासी
यह
सुनकर
हम
को
घेर
लेंगे,
और
हमारा
नाम
पृथ्वी
पर
से
मिटा
डालेंगे;
फिर
तू
अपने
बड़े
नाम
के
लिये
क्या
करेगा?
10
यहोवा
ने
यहोशू
से
कहा,
उठ,
खड़ा
हो
जा,
तू
क्यों
इस
भांति
मुंह
के
बल
पृथ्वी
पर
पड़ा
है?
11
इस्राएलियों
ने
पाप
किया
है;
और
जो
वाचा
मैं
ने
उन
से
अपने
साथ
बन्धाई
थी
उसको
उन्होंने
तोड़
दिया
है,
उन्होंने
अर्पण
की
वस्तुओं
में
से
ले
लिया,
वरन
चोरी
भी
की,
और
छल
करके
उसको
अपने
सामान
में
रख
लिया
है।
12
इस
कारण
इस्राएली
अपने
शत्रुओं
के
साम्हने
खड़े
नहीं
रह
सकते;
वे
अपने
शत्रुओं
को
पीठ
दिखाते
हैं,
इसलिये
कि
वे
आप
अर्पण
की
वस्तु
बन
गए
हैं।
और
यदि
तुम
अपने
मध्य
में
से
अर्पण
की
वस्तु
को
सत्यानाश
न
कर
डालोगे,
तो
मैं
आगे
को
तुम्हारे
संग
नहीं
रहूंगा।
13
उठ,
प्रजा
के
लोगों
को
पवित्र
कर,
उन
से
कह;
कि
बिहान
तक
अपने
अपने
को
पवित्र
कर
रखो;
क्योंकि
इस्राएल
का
परमेश्वर
यहोवा
यह
कहता
है,
कि
हे
इस्राएल,
तेरे
मध्य
में
अर्पण
की
वस्तु
है;
इसलिये
जब
तक
तू
अर्पण
की
वस्तु
को
अपने
मध्य
में
से
दूर
न
करे
तब
तक
तू
अपने
शत्रुओं
के
साम्हने
खड़ा
न
रह
सकेगा।
14
इसलिये
बिहान
को
तुम
गोत्र
गोत्र
के
अनुसार
समीप
खड़े
किए
जाओगे;
और
जिस
गोत्र
को
यहोवा
पकड़े
वह
एक
एक
कुल
करके
पास
आए;
और
जिस
कुल
को
यहोवा
पकड़े
सो
घराना
घराना
करके
पास
आए;
फिर
जिस
घराने
को
यहोवा
पकड़े
वह
एक
एक
पुरूष
करके
पास
आए।
15
तब
जो
पुरूष
अर्पण
की
वस्तु
रखे
हुए
पकड़ा
जाएगा,
वह
और
जो
कुछ
उसका
हो
सब
आग
में
डालकर
जला
दिया
जाए;
क्योंकि
उसने
यहोवा
की
वाचा
को
तोड़ा
है,
और
इस्राएल
में
अनुचित
कर्म
किया
है॥
16
बिहान
को
यहोशू
सवेरे
उठ
कर
इस्राएलियों
को
गोत्र
गोत्र
करके
समीप
लिवा
ले
गया,
और
यहूदा
का
गोत्र
पकड़ा
गया;
17
तब
उसने
यहूदा
के
परिवार
को
समीप
किया,
और
जेरहवंशियों
का
कुल
पकड़ा
गया;
फिर
जेरहवंशियों
के
घराने
के
एक
एक
पुरूष
को
समीप
लाया,
और
जब्दी
पकडा
गया;
18
तब
उसने
उसके
घराने
के
एक
एक
पुरूष
को
समीप
खड़ा
किया,
और
यहूदा
गोत्र
का
आकान,
जो
जेरहवंशी
जब्दी
का
पोता
और
कर्म्मी
का
पुत्र
था,
पकड़ा
गया।
19
तब
यहोशू
आकान
से
कहने
लगा,
हे
मेरे
बेटे,
इस्राएल
के
परमेश्वर
यहोवा
का
आदर
कर,
और
उसके
आगे
अंगीकार
कर;
और
जो
कुछ
तू
ने
किया
है
वह
मुझ
को
बता
दे,
और
मुझ
से
कुछ
मत
छिपा।
20
और
आकान
ने
यहोशू
को
उत्तर
दिया,
कि
सचमुच
मैं
ने
इस्राएल
के
परमेश्वर
यहोवा
के
विरुद्ध
पाप
किया
है,
और
इस
प्रकार
मैं
ने
किया
है,
21
कि
जब
मुझे
लूट
में
शिनार
देश
का
एक
सुन्दर
ओढ़ना,
और
दो
सौ
शेकेल
चांदी,
और
पचास
शेकेल
सोने
की
एक
ईंट
देख
पड़ी,
तब
मैं
ने
उनका
लालच
करके
उन्हें
रख
लिया;
वे
मेरे
डेरे
के
भीतर
भूमि
में
गड़े
हैं,
और
सब
के
नीचे
चांदी
है।
22
तब
यहोशू
ने
दूत
भेजे,
और
वे
उस
डेरे
में
दौड़े
गए;
और
क्या
देखा,
कि
वे
वस्तुएं
उसके
डेरे
में
गड़ी
हैं,
और
सब
के
नीचे
चांदी
है।
23
उन
को
उन्होंने
डेरे
में
से
निकाल
कर
यहोशू
और
सब
इस्राएलियों
के
पास
लाकर
यहोवा
के
साम्हने
रख
दिया।
24
तब
सब
इस्राएलियों
समेत
यहोशू
जेरहवंशी
आकान
को,
और
उस
चांदी
और
ओढ़ने
और
सोने
की
ईंट
को,
और
उसके
बेटे-बेटियों
को,
और
उसके
बैलों,
गदहों
और
भेड़-बकरियों
को,
और
उसके
डेरे
को,
निदान
जो
कुछ
उसका
था
उन
सब
को
आकोर
नाम
तराई
में
ले
गया।
25
तब
यहोशू
ने
उस
से
कहा,
तू
ने
हमें
क्यों
कष्ट
दिया
है?
आज
के
दिन
यहोवा
तुझी
को
कष्ट
देगा।
तब
सब
इस्राएलियों
ने
उसको
पत्थरवाह
किया;
और
उन
को
आग
में
डालकर
जलाया,
और
उनके
ऊपर
पत्थर
डाल
दिए।
26
और
उन्होंने
उसके
ऊपर
पत्थरों
का
बड़ा
ढेर
लगा
दिया
जो
आज
तक
बना
है;
तब
यहोवा
का
भड़का
हुआ
कोप
शान्त
हो
गया।
इस
कारण
उस
स्थान
का
नाम
आज
तक
आ
को
र
तराई
पड़ा
है॥
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