पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
अय्यूब
1. {#1बिल्दद का अय्यूब को उत्तर } [PS]फिर शूह प्रदेश के निवासी बिल्दद ने उत्तर देते हुये कहा: [PE][PBR]
2. [QS]“परमेश्वर शासक है और हर व्यक्ति को चाहिये की [QE][QS2]परमेश्वर से डरे और उसका मान करे। [QE][QS2]परमेश्वर अपने स्वर्ग के राज्य में शांति रखता है। [QE]
3. [QS]कोई उसकी सेनाओं को गिन नहीं सकता है, [QE][QS2]परमेश्वर का प्रकाश सब पर चमकता है। [QE]
4. [QS]किन्तु सचमुच परमेश्वर के आगे कोई व्यक्ति उचित नहीं ठहर सकता है। [QE][QS2]कोई व्यक्ति जो स्त्री से उत्पन्न हुआ सचमुच निर्दोष नहीं हो सकता है। [QE]
5. [QS]परमेश्वर की आँखों के सामने चाँद तक चमकीला नहीं है। [QE][QS2]परमेश्वर की आँखों के सामने तारे निर्मल नहीं हैं। [QE]
6. [QS]मनुष्य तो बहुत कम भले है। [QE][QS2]मनुष्य तो बस गिंडार है एक ऐसा कीड़ा जो बेकार का होता है।” [QE][PBR]
Total 42 अध्याय, Selected अध्याय 25 / 42
बिल्दद का अय्यूब को उत्तर 1 फिर शूह प्रदेश के निवासी बिल्दद ने उत्तर देते हुये कहा: 2 “परमेश्वर शासक है और हर व्यक्ति को चाहिये की परमेश्वर से डरे और उसका मान करे। परमेश्वर अपने स्वर्ग के राज्य में शांति रखता है। 3 कोई उसकी सेनाओं को गिन नहीं सकता है, परमेश्वर का प्रकाश सब पर चमकता है। 4 किन्तु सचमुच परमेश्वर के आगे कोई व्यक्ति उचित नहीं ठहर सकता है। कोई व्यक्ति जो स्त्री से उत्पन्न हुआ सचमुच निर्दोष नहीं हो सकता है। 5 परमेश्वर की आँखों के सामने चाँद तक चमकीला नहीं है। परमेश्वर की आँखों के सामने तारे निर्मल नहीं हैं। 6 मनुष्य तो बहुत कम भले है। मनुष्य तो बस गिंडार है एक ऐसा कीड़ा जो बेकार का होता है।”
Total 42 अध्याय, Selected अध्याय 25 / 42
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