2. “परमेश्वर शासक है और हर व्यक्ति को चाहिये की परमेश्वर से डरे और उसका मान करे। परमेश्वर अपने स्वर्ग के राज्य में शांति रखता है।
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4. किन्तु सचमुच परमेश्वर के आगे कोई व्यक्ति उचित नहीं ठहर सकता है। कोई व्यक्ति जो स्त्री से उत्पन्न हुआ सचमुच निर्दोष नहीं हो सकता है।
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5. परमेश्वर की आँखों के सामने चाँद तक चमकीला नहीं है। परमेश्वर की आँखों के सामने तारे निर्मल नहीं हैं।
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