पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
लैव्यवस्था
1. हारून के दो पुत्र यहोवा को सुगन्ध भेंट चढ़ाते समय मर गए थे। फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
2. “अपने भाई हारून से बात करो कि वह जब चाहे तब पर्दे के पीछे महापवित्र स्थान में नहीं जा सकता है। उस पर्दे के पीछे जो कमरा है उसमें पवित्र सन्दूक रखा है। उस पवित्र सन्दूक के ऊपर उसका विशेष ढक्कन लगा है। उस विशेष ढक्कन के ऊपर एक बादल में मैं प्रकट होता हूँ। यदि हारून उस कमरे में जाता है तो वह मर जायेगा!
3. “पापसे निस्तार के दिन पवित्र स्थान में जाने के पहले हारून को पापबलि के रूप में एक बछड़ा और होमबलि के लिए एक मेढ़ा भेंट करना चाहिए।
4. हारून अपने पूरे शरीर को पानी डालकर धोएगा। तब हारून इन वस्त्रों को पहनेगा: हारून पवित्र सन के वस्त्र पहनेगा। सन के निचले वस्त्र शरीर से सटे होगें। उसकी पेटी सन का पटुका होगी। हारून सन की पगड़ी बाँधेगा। ये पवित्र वस्त्र है।
5. “हारून को इस्राएल के लोगों से दो बकरे पापबलि के रूप में और एक मेढ़ा होमबलि के लिए लेना चाहिए।
6. तब हारून बैल की पापबलि चढ़ाएगा। यह पापबलि उसके अनपे लिए और उसेक परिवार के लिए है। तब हारून वह उपासना करेगा जिसमें वह औ उसका परिवार शुद्ध होंगे।
7. “इसके बाद हारून दो बकरे लेगा और मिलापवाले तुमबू के द्वार पर यबोवा के सामने लाएगा।
8. हारून दोनों बकरों के लिए चिट्ठी डालेगा। एक चिट्ठी यहोवा के लिए होगी। दूसरी चिट्ठी अजाजेल के लिए होगी।
9. “तब हारून चिट्ठी डालकर यहोवा के लिए चुने गए बकरे की भेंट चढ़ाएगा। हारून को इस पगरे को पापबलि के लिये चढ़ाना चाहिए।
10. किन्तु चिट्ठी डालकर अजाजेल के लिए चुना गया बकरा यहोवा के सामने जीवित लाया जाना चाहिए। याजक उसे शुद्ध बनाने के लिये उपासना करेगा। तब यह बकरा मरुभूमि में अजाजेल के पास भेजा जाएगा।
11. “तब हारून अपने लिये बैल को पापबलि के रूप में चढ़ाएगा। हारून अपने आप को और अपने परिवार को शुद्ध करेगा। हारुन बैल को अपने लिए पापबलि के रूप में मारेगा।
12. [This verse may not be a part of this translation]
13. [This verse may not be a part of this translation]
14. साथ ही साथ हारून को बैल का कुछ खून लेना चाहिए और उसे अपनी उँगली से उस विशेष ढक्कन के पूर्व की ओर छिड़कना चाहिए। इस के सामने वह अपनी ऊँगली से सात बार खून छिड़केगा।
15. “तब हारून को लोगों के लिए पापबलि स्वरूप बकरे को मारना चाहिए। रहारून को बकरे का खून पर्दे के पीछे कमरे में लाना चाहिए। हारून को बकरे के खून से वैसा ही करना चाहिए जैसा बैल के खून से उसने किया। हारून को उस ढक्कन पर और ढक्कन के साने बकरे का खून छिड़कना चाहिए।
16. ऐसा अनक बार हुआ जब इस्राएल के लोग अशुद्ध हुए। इसलिए हारून इस्राएल के लोगों के अपराध और पाप से महापवित्र स्थान को शुद्ध करने के लिए उपासना करेगा। हारून को ये काम क्यों करना चाहिए क्योंकि मिलापवाला तम्बू अशुद्ध लोगों के बीच में स्थित है।
17. जिस समय हारून महापवित्र स्थान को शुद्ध करे, उस समय कोई व्यक्ति मिलापवाले तम्बू में नहीं होना चाहिए। किसी व्यक्ति को उसके भीतर तब तक नहीं जाना चाहिए जब तक हारून बाहर न आ जाय। इस प्रकार हारून अपने को और अपने परिवार को शुद्ध करेगा और तब इस्राएल के सभी लोगों को शुद्ध करेगा।
18. तब हारून वेदी को शुद्ध करेगा। हारून बैल का कुछ खून और कुछ बकरे काखून लेकर वेदी के कोनों पर चारों ओर लगाएगा।
19. तब हारून कुछ खून अपनी ऊँगली से वेदी पर सात बार छिड़गा। इस प्रकार हारून इस्राएल के लोगों के सभी पापों से वेदी को शुद्ध और पवित्र करेगा।
20. “हारून महापवित्र स्थान, मिलापवाले तम्बू तथा वेदी को पवित्र बनाएगा। इन कामों के बाद राहून यहोवा के पास बकरे को जीवित लाएगा।
21. हारून अपने दोनों हाथों को जीवित बकरे के सिर पर रखेगा। तब हारून बकरे के ऊपर इस्राएल के लोगों के अपराध और पाप को कबूल करेगा। इस प्रकार हारून लोगों के पापों को बकरे के सिर पर डालेगा। तब वह बकरे को दूर मरुभूमि में भेजेगा. एक व्यक्ति बगल में बकरे को ले जाने के लिए खड़ा रहेगा।
22. इस प्रकार बकरा सभी लोगों के पाप अपने ऊपर सूनी मरुभूमि में ले जाएगा। जो व्यक्ति बकरे को ले जाएगा वह मरुभूमि में उसे खुला छोड़ देगा।
23. “तब हारून मिलापवाले तम्बू में जाएगा। वह सन के उन वस्त्रों को उतारेगा जिन्हें उसने महपवित्र स्थान में जाते समय पहना था। उसे उन वस्त्रों को वहीं छोड़ना चाहिए।
24. वहअपने पूरे शरीर को पवित्र स्थान में पानी डालकर धोएगा। तब वह अपने अन्य विशेष वस्त्रों को पहनेगा। वह बाहर आएगा और अपने लिये होमबलि और लोगों के लिये होमबलि चढ़ाएगा। वह अनपे को तथा लोगों को पापों से मुक्त करेगा।
25. तब वह वेदी पर पापबलि की चर्बी को जलाएगा।
26. जो व्यक्ति बकरे को अजाजेल के पास ले जाए, उस अपने वस्त्र तथा अपने पूरे शरीर को पानी डालकर धोना चाहिए। सके बाद वह व्यक्ति डेरे में आ सकता है।
27. “पापबलि के बैल और बकरे को डेरे के बाहर ले जाना चाहिए। उन जानवरों का खून पवित्र स्थान में पवित्र चीज़ों को शुद्ध करने के लिए लाया गया था। याजक उन जानवरों का चमड़ा, शरीर और शरीर मल आग में जालएगा।
28. तब उन चीज़ों को जलाने वाले व्यक्ति को अपने वस्त्र और पूरे शरीर को पानी डालकर धोना चाहिए। उसके बाद वह व्यक्ति डेरे में आ सकात है।
29. यह नियम तुम्हारे लिए सदैव रहैगा: सातवें महीने के दसवें दिन तुम्हें उपवास करना चाहिए। तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। तुम्हारे साथ रहने वाले यात्री या विदेशी भी कोई काम नहीं कर सगेंगे।
30. क्यों क्योंकि इस दिन याजक तुमहें शुद्ध करता है और तुम्हारे पापों को धोता है। तब तुम यहोवा के लिए शुद्ध होंगे।
31. यह दिन तुमहारे लिए आराम करने का विशेष दिन है। तुम्हें इस दिन उपवास करना चाहिए। यह नियम सदैव के लिए होगा।
32. “सो वह पुरुष जो महायाजक बनने के लिए अभिषिक्त है, वस्तुओं को शुद्ध करने की उपासना को सम्पन्न करेगा। यह वही पुरुष है जिसे उसके पिता की मृत्यु के बाद महायाजक के रूप में सेवा के लिए नियुक्त किया गया है। उस याजक को सन के पवित्र वस्त्र धारण करने चाहिए।
33. उसे पवित्र स्थान, मिलापवाले तम्बू और वेदी को शुद्ध करना चाहिए और उसे याजक और इस्राएल के सभी लोगों को शुद्ध करना चाहिए।
34. इस्राएल के लोगों को शुद्ध करे का यह नियम सदैव रहेगा। इस्राएल के लोगों के पाप के निस्तार के लिए तुम उन क्रियाओं को वर्ष में एक बार करोगे।” इसलिए उन्होंने वही किया जो यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था।

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Total 27 Chapters, Current Chapter 16 of Total Chapters 27
लैव्यवस्था 16:2
1. हारून के दो पुत्र यहोवा को सुगन्ध भेंट चढ़ाते समय मर गए थे। फिर यहोवा ने मूसा से कहा,
2. “अपने भाई हारून से बात करो कि वह जब चाहे तब पर्दे के पीछे महापवित्र स्थान में नहीं जा सकता है। उस पर्दे के पीछे जो कमरा है उसमें पवित्र सन्दूक रखा है। उस पवित्र सन्दूक के ऊपर उसका विशेष ढक्कन लगा है। उस विशेष ढक्कन के ऊपर एक बादल में मैं प्रकट होता हूँ। यदि हारून उस कमरे में जाता है तो वह मर जायेगा!
3. “पापसे निस्तार के दिन पवित्र स्थान में जाने के पहले हारून को पापबलि के रूप में एक बछड़ा और होमबलि के लिए एक मेढ़ा भेंट करना चाहिए।
4. हारून अपने पूरे शरीर को पानी डालकर धोएगा। तब हारून इन वस्त्रों को पहनेगा: हारून पवित्र सन के वस्त्र पहनेगा। सन के निचले वस्त्र शरीर से सटे होगें। उसकी पेटी सन का पटुका होगी। हारून सन की पगड़ी बाँधेगा। ये पवित्र वस्त्र है।
5. “हारून को इस्राएल के लोगों से दो बकरे पापबलि के रूप में और एक मेढ़ा होमबलि के लिए लेना चाहिए।
6. तब हारून बैल की पापबलि चढ़ाएगा। यह पापबलि उसके अनपे लिए और उसेक परिवार के लिए है। तब हारून वह उपासना करेगा जिसमें वह उसका परिवार शुद्ध होंगे।
7. “इसके बाद हारून दो बकरे लेगा और मिलापवाले तुमबू के द्वार पर यबोवा के सामने लाएगा।
8. हारून दोनों बकरों के लिए चिट्ठी डालेगा। एक चिट्ठी यहोवा के लिए होगी। दूसरी चिट्ठी अजाजेल के लिए होगी।
9. “तब हारून चिट्ठी डालकर यहोवा के लिए चुने गए बकरे की भेंट चढ़ाएगा। हारून को इस पगरे को पापबलि के लिये चढ़ाना चाहिए।
10. किन्तु चिट्ठी डालकर अजाजेल के लिए चुना गया बकरा यहोवा के सामने जीवित लाया जाना चाहिए। याजक उसे शुद्ध बनाने के लिये उपासना करेगा। तब यह बकरा मरुभूमि में अजाजेल के पास भेजा जाएगा।
11. “तब हारून अपने लिये बैल को पापबलि के रूप में चढ़ाएगा। हारून अपने आप को और अपने परिवार को शुद्ध करेगा। हारुन बैल को अपने लिए पापबलि के रूप में मारेगा।
12. This verse may not be a part of this translation
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14. साथ ही साथ हारून को बैल का कुछ खून लेना चाहिए और उसे अपनी उँगली से उस विशेष ढक्कन के पूर्व की ओर छिड़कना चाहिए। इस के सामने वह अपनी ऊँगली से सात बार खून छिड़केगा।
15. “तब हारून को लोगों के लिए पापबलि स्वरूप बकरे को मारना चाहिए। रहारून को बकरे का खून पर्दे के पीछे कमरे में लाना चाहिए। हारून को बकरे के खून से वैसा ही करना चाहिए जैसा बैल के खून से उसने किया। हारून को उस ढक्कन पर और ढक्कन के साने बकरे का खून छिड़कना चाहिए।
16. ऐसा अनक बार हुआ जब इस्राएल के लोग अशुद्ध हुए। इसलिए हारून इस्राएल के लोगों के अपराध और पाप से महापवित्र स्थान को शुद्ध करने के लिए उपासना करेगा। हारून को ये काम क्यों करना चाहिए क्योंकि मिलापवाला तम्बू अशुद्ध लोगों के बीच में स्थित है।
17. जिस समय हारून महापवित्र स्थान को शुद्ध करे, उस समय कोई व्यक्ति मिलापवाले तम्बू में नहीं होना चाहिए। किसी व्यक्ति को उसके भीतर तब तक नहीं जाना चाहिए जब तक हारून बाहर जाय। इस प्रकार हारून अपने को और अपने परिवार को शुद्ध करेगा और तब इस्राएल के सभी लोगों को शुद्ध करेगा।
18. तब हारून वेदी को शुद्ध करेगा। हारून बैल का कुछ खून और कुछ बकरे काखून लेकर वेदी के कोनों पर चारों ओर लगाएगा।
19. तब हारून कुछ खून अपनी ऊँगली से वेदी पर सात बार छिड़गा। इस प्रकार हारून इस्राएल के लोगों के सभी पापों से वेदी को शुद्ध और पवित्र करेगा।
20. “हारून महापवित्र स्थान, मिलापवाले तम्बू तथा वेदी को पवित्र बनाएगा। इन कामों के बाद राहून यहोवा के पास बकरे को जीवित लाएगा।
21. हारून अपने दोनों हाथों को जीवित बकरे के सिर पर रखेगा। तब हारून बकरे के ऊपर इस्राएल के लोगों के अपराध और पाप को कबूल करेगा। इस प्रकार हारून लोगों के पापों को बकरे के सिर पर डालेगा। तब वह बकरे को दूर मरुभूमि में भेजेगा. एक व्यक्ति बगल में बकरे को ले जाने के लिए खड़ा रहेगा।
22. इस प्रकार बकरा सभी लोगों के पाप अपने ऊपर सूनी मरुभूमि में ले जाएगा। जो व्यक्ति बकरे को ले जाएगा वह मरुभूमि में उसे खुला छोड़ देगा।
23. “तब हारून मिलापवाले तम्बू में जाएगा। वह सन के उन वस्त्रों को उतारेगा जिन्हें उसने महपवित्र स्थान में जाते समय पहना था। उसे उन वस्त्रों को वहीं छोड़ना चाहिए।
24. वहअपने पूरे शरीर को पवित्र स्थान में पानी डालकर धोएगा। तब वह अपने अन्य विशेष वस्त्रों को पहनेगा। वह बाहर आएगा और अपने लिये होमबलि और लोगों के लिये होमबलि चढ़ाएगा। वह अनपे को तथा लोगों को पापों से मुक्त करेगा।
25. तब वह वेदी पर पापबलि की चर्बी को जलाएगा।
26. जो व्यक्ति बकरे को अजाजेल के पास ले जाए, उस अपने वस्त्र तथा अपने पूरे शरीर को पानी डालकर धोना चाहिए। सके बाद वह व्यक्ति डेरे में सकता है।
27. “पापबलि के बैल और बकरे को डेरे के बाहर ले जाना चाहिए। उन जानवरों का खून पवित्र स्थान में पवित्र चीज़ों को शुद्ध करने के लिए लाया गया था। याजक उन जानवरों का चमड़ा, शरीर और शरीर मल आग में जालएगा।
28. तब उन चीज़ों को जलाने वाले व्यक्ति को अपने वस्त्र और पूरे शरीर को पानी डालकर धोना चाहिए। उसके बाद वह व्यक्ति डेरे में सकात है।
29. यह नियम तुम्हारे लिए सदैव रहैगा: सातवें महीने के दसवें दिन तुम्हें उपवास करना चाहिए। तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। तुम्हारे साथ रहने वाले यात्री या विदेशी भी कोई काम नहीं कर सगेंगे।
30. क्यों क्योंकि इस दिन याजक तुमहें शुद्ध करता है और तुम्हारे पापों को धोता है। तब तुम यहोवा के लिए शुद्ध होंगे।
31. यह दिन तुमहारे लिए आराम करने का विशेष दिन है। तुम्हें इस दिन उपवास करना चाहिए। यह नियम सदैव के लिए होगा।
32. “सो वह पुरुष जो महायाजक बनने के लिए अभिषिक्त है, वस्तुओं को शुद्ध करने की उपासना को सम्पन्न करेगा। यह वही पुरुष है जिसे उसके पिता की मृत्यु के बाद महायाजक के रूप में सेवा के लिए नियुक्त किया गया है। उस याजक को सन के पवित्र वस्त्र धारण करने चाहिए।
33. उसे पवित्र स्थान, मिलापवाले तम्बू और वेदी को शुद्ध करना चाहिए और उसे याजक और इस्राएल के सभी लोगों को शुद्ध करना चाहिए।
34. इस्राएल के लोगों को शुद्ध करे का यह नियम सदैव रहेगा। इस्राएल के लोगों के पाप के निस्तार के लिए तुम उन क्रियाओं को वर्ष में एक बार करोगे।” इसलिए उन्होंने वही किया जो यहोवा ने मूसा को आदेश दिया था।
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