पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
लैव्यवस्था
1. {#1विशेष पवित्र दिन } [PS]यहोवा ने मूसा के कहा,
2. “इस्राएल के लोगों से कहोः तुम यहोवा के निश्चित पर्वों को पवित्र घोषित करो। ये मेरे विशेष पवित्र दिन है: [PE]
3. {#1सब्त }
4. [PS]“छ: दिन काम करो। किन्तु सातवाँ दिन, आराम का एक विशेष दिन या पवित्र मिलन का दिन होगा। उस दिन तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। यह तुम्हारे सभी घरों में यहोवा का सब्त है। [PE]{#1फ़सह पर्व } [PS]“ये यहोवा के चुने हुए पवित्र दिन हैं। उनके लिए निश्चित समय पर तुम पवित्र सभाओं की घोषणा करोगे।
5. यहोवा का फसह पर्व पहले महीने की चौदह तारीख को सन्धया काल में प्रैंत: है। [PE]
6. {#1अख़मीरी मैंदे के फुलकों का पर्व } [PS]“उसी महीने की पन्द्रह तारीख को अख़मीरी मैदे के फुलकों का पर्व होगा। तुम सात दिन तक अखमीरी मैदे के फुलके खाओगे।
7. इस पर्व के पहले दिन तुम एक पवित्र सभा करोगे। उस दिन तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए।
8. सात दिन तक तुम यहोवा को आग द्वारा बलि चढ़ाओगे। सातवें दिन एक पवित्र सभा होगी। उस दिन तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए।” [PE]
9. {#1पहली फ़सल का पर्व } [PS]यहोवा ने मूसा से कहा,
10. “इस्राएल के लोगों से कहो: तुम उस धरती पर जाओगे जिसे मैं तुम्हें दूँगा। तुम उसकी फ़सल काटोगे। उस समय तुम्हें अपनी फ़सल की पहली पूली याजक के पास लानी चाहिए।
11. याजक पूली को यहोवा के सामने उत्तोलित करेगा। तब वह तुम्हारे लिए स्वीकार कर ली जाएगी। याजक पूली को रविवार के प्रात: काल उत्तोनित करेगा। [PE]
12. [PS]“जिस दिन तुम पूली को उत्तोलित करो, उस दिन तुम एक वर्ष का एक नर मेमना बलि चढ़ाओगे। उस मेमने में कोई दोष नहीं होना चाहिए। वह मेमना यहोवा की होमबलि होगी।
13. तुम्हें चार क्वार्ट अच्छे जैतून के तेल मिले आटे की अन्नबलि देनी चाहिए। तुम्हें एक क्वार्ट दाखमधु भी देनी चाहिए। यह भेंट यहोवा को प्रसन्न करने वाली सुगन्ध होगी।
14. जब तक तुम अपने परमेश्वर को भेंट नहीं चढ़ाते, तब तक तुम्हें कोई नया अन्न, या फल या नये अन्न से बनी रोटी नहीं खानी चाहिए। यह नियम तुम चाहे जहाँ भी रहो, तुम्हारी पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहेगा। [PE]
15. {#1सप्ताहों का पर्व } [PS]“उस रविवार के प्रातःकाल से (वह दिन जब तुम पूली उत्तोलन भेंट के लिए लाते हो), सात सप्ताह गिनो।
16. सातवें सप्ताह के अगले रविवार को (अर्थात् पचास दिन) बाद तुम यहोवा के लिए नये अन्नबलि लाओगे।
17. उस दिन तुम अपने घरों से दो—दो रोटियाँ लाओ। ये रोटियाँ उत्तोलन भेंट होगी। खमीर का उपयोग करो और चार क्वार्ट आटे की रोटियाँ बनाओ। वह तुम्हारी पहली फसल से यहोवा की भेंट होगी। [PE]
18. [PS]“लोगों से अन्नबलि के साथ में एक बछड़ा, दो मेढ़े और एक एक वर्ष के सात नर मेमने भेंट किए जाएंगे। इन जानवरों में कोई दोष नहीं होना चाहिए। ये यहोवा की होमबलि होंगे। वे आग द्वारा यहोवा को दी गई भेंट होगी। इस की सुगन्ध से यहोवा प्रसन्न होगा।
19. तुम भी पापबलि के रूप में एक बकरा तथा एक वर्ष के दो मेमने मेलबलि के रूप में चढ़ाओगे। [PE]
20. [PS]“याजक यहोवा के सामने उत्तोलन बलि के लिए दो मेमने और पहल फ़सल की रोटी उन्हें उत्तोलित करेगा। वे यहोवा के लिए पवित्र हैं। वे याजक के होंगे।
21. उसी दिन, तुम एक पवित्र सभा बुलाओगे। तुम कोई काम नहीं करोगे। यह नियम तुम्हारे सभी घरों में सदैव चलेगा। [PE]
22.
23. [PS]“जब तुम अपने खेतों की फ़सल काटो तो खेतों के कोनों की सारी फ़सल मत काटो। जो अन्न जमीन पर गिरे, उसे मत उठाओ। उसे तुम गरीब लोगों तथा तुम्हारे देश में यात्रा करने वाले विदेशियों के लिए छोड़ दो। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ!” [PE]{#1तुरही का पर्व } [PS]यहोवा ने मूसा से फिर कहा,
24. “इस्राएल के लोगों से कहो: सातवें महीने के प्रथम दिन तुम्हें आराम का विशेष दिन मानना चाहिए। उस दिन एक धर्म सभा होगी। तुम्हें इसे मनाने के लिए तुरही बजानी चाहिए।
25. तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। तुम यहोवा को आग द्वारा बलि चढ़ाने के लिए बलि लाओगे।” [PE]
26. {#1प्रायश्चित का दिन } [PS]यहोवा ने मूसा से कहा,
27. “सातवें महीने के दसवें दिन प्रायश्चित्त का दिन होगा। उस दिन एक धर्म सभा होगी। तुम भोजन नहीं करोगे[* भोजन नहीं करोगे शाब्दिक, “अपने को विनीत दिखाओगे।” ] और तुम यहोवा को आग द्वाराबलि चढ़ाओगे।
28. तुम उस दिन कोई काम नहीं करोगे। क्यों? क्योंकी यह प्रायश्चित का दिन है। उस दिन याजक यहोवा के सामने जाएगा और वह उपासना करेगा जो तुम्हें सुद्ध बनाती है। [PE]
29. [PS]“यदि कोई व्यक्ति उस दिन उपवास करेन से मना करता है तो उसे अपने लोगों से अलग कर देना चाहिए।
30. यदि कोई व्यक्ति उस दिन काम करेगा तो उसे मैं (परमेश्वर) उसके लोगों में से काट दूँगा।
31. तुम्हें कोई भी काम नहीं करना चाहिए। यह नियम तुम जहाँ कहीं बी काम नहीं करना चाहिए। यह नियम तुम जहाँ कहीं भी रहो, सदैव रहेगा।
32. यह तुम्हारे लिए आराम का विशे, दिन होगा। तुम्हें भोजन नहीं करना चाहिए। तुम आराम के इस विशेष दिन को महीने के नवें दिन की सन्ध्या[† सन्ध्या यहूदी लोगों के लिए दिन का आरम्भ सन्ध्या से होता है। ] से आरम्भ करोगे। यह आराम का विशेष दिन उस सन्ध्या से आरम्भ करके अगली सन्धया तक रहाता है।” [PE]
33. {#1आश्रय का पर्व } [PS]यहोवा ने मूसा से फिर कहा,
34. “इस्राएल के लोगों से कहो: सातवें महीने के पन्द्रहनवें दिन आश्रय का पर्व होगा। यहोवा के लिए यह पवित्र सा दिन तक चलेगा।
35. पहले दिन एक धर्म सभा होगी। तुम्हें तब कोई काम नहीं करना चाहिए।
36. तुम सात दिनों तक यहोवा के लिए आग द्वारा बलि चढ़ाओगे। आठवें दिन तुम दूसरी धर्म सभा करोगे। तुम यहोवा को आग द्वारा बलि चढ़ाआगे। यह एक धर्म सभा होगी। तुम्हें तब कोई काम नहीं करना चाहिए। [PE]
37. [PS]“ये यहोवाच का विशेष पवित्र दिन है। उन दिनों धर्म सभाएँ होंगी। तुम यहोवा को होमबलि, अन्नबलि, बलियाँ, पेयबलि अग्नि द्वारा चढ़ाओगे। तुम वे बलियाण ठीक समय पर लाओगे।
38. तुम यहोवा के स्बत दिवसों को याद करने के अतिरिक्त उन पवित्र दिनोंका पर्व मनाओगे। तुम उन बलियों को यहोवा को अपनी अन्नबलि के अतिरिक्त दोगे। तुम विशेष दिए गे अपने वचन को पूरा करने के रूप में दी गई किसी भेंट के अतिरिक्त उन चीज़ों को दोगे। वे उन विशेष भेंटों के अतिरिक्ति होंगी जिन्हें तुम यहोवा को देना चाहते हो। [PE]
39. [PS]“सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन, जब तुम अपने खेतों से फसल ला चकोगे, सात दिन तक यहोवा का पर्व मनाओगे। तुम पहले और आठवें दिन आराम करोगे।
40. पहले दिन तुम फलदार पेड़ों से अच्छे फल लोगे और तुम नाले के किनारे के खजूर के पेड़, चीड़ और बेंत के पेड़ों से शाखाएँ लोगे। तुम अपने परमेश्वर यहोवा के सामने सात दिन तक पर्व मनाओगे।
41. तुम इस पवित्रदिन को हर वर्ष यहोवा के लिए सात दिनों तक मनाओगे। यह नियम सदैव रहेगा। तुम इस पवित्र दिन को सातवें महीने में मनाओगे।
42. तुम सात दिन तक अस्थायी आश्रयों में रहोगे। इस्राएल में उत्पन्न हुए सबी लोग उन आश्रयों में रहोगे। इस्राएल में उत्पन्न हुए सभी लोग उन आश्रयों में रहेंगे।
43. क्यों? इससे तुम्हारे सभी वंशज यह जानेंगे कि मैंने इस्राएल के लोगों को अस्थायी आश्रयों में रहने वाला उस समय बनाया जिस समय मैं उन्हें मिस्र से लाया। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ!” [PE]
44. [PS]इस प्रकार मूसा ने इस्राएल के लोगों को यहोवा के विशेष पवित्र दिनों के बारे में बताया। [PE]
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विशेष पवित्र दिन 1 यहोवा ने मूसा के कहा, 2 “इस्राएल के लोगों से कहोः तुम यहोवा के निश्चित पर्वों को पवित्र घोषित करो। ये मेरे विशेष पवित्र दिन है: सब्त 3 4 “छ: दिन काम करो। किन्तु सातवाँ दिन, आराम का एक विशेष दिन या पवित्र मिलन का दिन होगा। उस दिन तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। यह तुम्हारे सभी घरों में यहोवा का सब्त है। फ़सह पर्व “ये यहोवा के चुने हुए पवित्र दिन हैं। उनके लिए निश्चित समय पर तुम पवित्र सभाओं की घोषणा करोगे। 5 यहोवा का फसह पर्व पहले महीने की चौदह तारीख को सन्धया काल में प्रैंत: है। अख़मीरी मैंदे के फुलकों का पर्व 6 “उसी महीने की पन्द्रह तारीख को अख़मीरी मैदे के फुलकों का पर्व होगा। तुम सात दिन तक अखमीरी मैदे के फुलके खाओगे। 7 इस पर्व के पहले दिन तुम एक पवित्र सभा करोगे। उस दिन तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। 8 सात दिन तक तुम यहोवा को आग द्वारा बलि चढ़ाओगे। सातवें दिन एक पवित्र सभा होगी। उस दिन तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए।” पहली फ़सल का पर्व 9 यहोवा ने मूसा से कहा, 10 “इस्राएल के लोगों से कहो: तुम उस धरती पर जाओगे जिसे मैं तुम्हें दूँगा। तुम उसकी फ़सल काटोगे। उस समय तुम्हें अपनी फ़सल की पहली पूली याजक के पास लानी चाहिए। 11 याजक पूली को यहोवा के सामने उत्तोलित करेगा। तब वह तुम्हारे लिए स्वीकार कर ली जाएगी। याजक पूली को रविवार के प्रात: काल उत्तोनित करेगा। 12 “जिस दिन तुम पूली को उत्तोलित करो, उस दिन तुम एक वर्ष का एक नर मेमना बलि चढ़ाओगे। उस मेमने में कोई दोष नहीं होना चाहिए। वह मेमना यहोवा की होमबलि होगी। 13 तुम्हें चार क्वार्ट अच्छे जैतून के तेल मिले आटे की अन्नबलि देनी चाहिए। तुम्हें एक क्वार्ट दाखमधु भी देनी चाहिए। यह भेंट यहोवा को प्रसन्न करने वाली सुगन्ध होगी। 14 जब तक तुम अपने परमेश्वर को भेंट नहीं चढ़ाते, तब तक तुम्हें कोई नया अन्न, या फल या नये अन्न से बनी रोटी नहीं खानी चाहिए। यह नियम तुम चाहे जहाँ भी रहो, तुम्हारी पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहेगा। सप्ताहों का पर्व 15 “उस रविवार के प्रातःकाल से (वह दिन जब तुम पूली उत्तोलन भेंट के लिए लाते हो), सात सप्ताह गिनो। 16 सातवें सप्ताह के अगले रविवार को (अर्थात् पचास दिन) बाद तुम यहोवा के लिए नये अन्नबलि लाओगे। 17 उस दिन तुम अपने घरों से दो—दो रोटियाँ लाओ। ये रोटियाँ उत्तोलन भेंट होगी। खमीर का उपयोग करो और चार क्वार्ट आटे की रोटियाँ बनाओ। वह तुम्हारी पहली फसल से यहोवा की भेंट होगी। 18 “लोगों से अन्नबलि के साथ में एक बछड़ा, दो मेढ़े और एक एक वर्ष के सात नर मेमने भेंट किए जाएंगे। इन जानवरों में कोई दोष नहीं होना चाहिए। ये यहोवा की होमबलि होंगे। वे आग द्वारा यहोवा को दी गई भेंट होगी। इस की सुगन्ध से यहोवा प्रसन्न होगा। 19 तुम भी पापबलि के रूप में एक बकरा तथा एक वर्ष के दो मेमने मेलबलि के रूप में चढ़ाओगे। 20 “याजक यहोवा के सामने उत्तोलन बलि के लिए दो मेमने और पहल फ़सल की रोटी उन्हें उत्तोलित करेगा। वे यहोवा के लिए पवित्र हैं। वे याजक के होंगे। 21 उसी दिन, तुम एक पवित्र सभा बुलाओगे। तुम कोई काम नहीं करोगे। यह नियम तुम्हारे सभी घरों में सदैव चलेगा। 22 23 “जब तुम अपने खेतों की फ़सल काटो तो खेतों के कोनों की सारी फ़सल मत काटो। जो अन्न जमीन पर गिरे, उसे मत उठाओ। उसे तुम गरीब लोगों तथा तुम्हारे देश में यात्रा करने वाले विदेशियों के लिए छोड़ दो। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ!” तुरही का पर्व यहोवा ने मूसा से फिर कहा, 24 “इस्राएल के लोगों से कहो: सातवें महीने के प्रथम दिन तुम्हें आराम का विशेष दिन मानना चाहिए। उस दिन एक धर्म सभा होगी। तुम्हें इसे मनाने के लिए तुरही बजानी चाहिए। 25 तुम्हें कोई काम नहीं करना चाहिए। तुम यहोवा को आग द्वारा बलि चढ़ाने के लिए बलि लाओगे।” प्रायश्चित का दिन 26 यहोवा ने मूसा से कहा, 27 “सातवें महीने के दसवें दिन प्रायश्चित्त का दिन होगा। उस दिन एक धर्म सभा होगी। तुम भोजन नहीं करोगे* भोजन नहीं करोगे शाब्दिक, “अपने को विनीत दिखाओगे।” और तुम यहोवा को आग द्वाराबलि चढ़ाओगे। 28 तुम उस दिन कोई काम नहीं करोगे। क्यों? क्योंकी यह प्रायश्चित का दिन है। उस दिन याजक यहोवा के सामने जाएगा और वह उपासना करेगा जो तुम्हें सुद्ध बनाती है। 29 “यदि कोई व्यक्ति उस दिन उपवास करेन से मना करता है तो उसे अपने लोगों से अलग कर देना चाहिए। 30 यदि कोई व्यक्ति उस दिन काम करेगा तो उसे मैं (परमेश्वर) उसके लोगों में से काट दूँगा। 31 तुम्हें कोई भी काम नहीं करना चाहिए। यह नियम तुम जहाँ कहीं बी काम नहीं करना चाहिए। यह नियम तुम जहाँ कहीं भी रहो, सदैव रहेगा। 32 यह तुम्हारे लिए आराम का विशे, दिन होगा। तुम्हें भोजन नहीं करना चाहिए। तुम आराम के इस विशेष दिन को महीने के नवें दिन की सन्ध्या सन्ध्या यहूदी लोगों के लिए दिन का आरम्भ सन्ध्या से होता है। से आरम्भ करोगे। यह आराम का विशेष दिन उस सन्ध्या से आरम्भ करके अगली सन्धया तक रहाता है।” आश्रय का पर्व 33 यहोवा ने मूसा से फिर कहा, 34 “इस्राएल के लोगों से कहो: सातवें महीने के पन्द्रहनवें दिन आश्रय का पर्व होगा। यहोवा के लिए यह पवित्र सा दिन तक चलेगा। 35 पहले दिन एक धर्म सभा होगी। तुम्हें तब कोई काम नहीं करना चाहिए। 36 तुम सात दिनों तक यहोवा के लिए आग द्वारा बलि चढ़ाओगे। आठवें दिन तुम दूसरी धर्म सभा करोगे। तुम यहोवा को आग द्वारा बलि चढ़ाआगे। यह एक धर्म सभा होगी। तुम्हें तब कोई काम नहीं करना चाहिए। 37 “ये यहोवाच का विशेष पवित्र दिन है। उन दिनों धर्म सभाएँ होंगी। तुम यहोवा को होमबलि, अन्नबलि, बलियाँ, पेयबलि अग्नि द्वारा चढ़ाओगे। तुम वे बलियाण ठीक समय पर लाओगे। 38 तुम यहोवा के स्बत दिवसों को याद करने के अतिरिक्त उन पवित्र दिनोंका पर्व मनाओगे। तुम उन बलियों को यहोवा को अपनी अन्नबलि के अतिरिक्त दोगे। तुम विशेष दिए गे अपने वचन को पूरा करने के रूप में दी गई किसी भेंट के अतिरिक्त उन चीज़ों को दोगे। वे उन विशेष भेंटों के अतिरिक्ति होंगी जिन्हें तुम यहोवा को देना चाहते हो। 39 “सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन, जब तुम अपने खेतों से फसल ला चकोगे, सात दिन तक यहोवा का पर्व मनाओगे। तुम पहले और आठवें दिन आराम करोगे। 40 पहले दिन तुम फलदार पेड़ों से अच्छे फल लोगे और तुम नाले के किनारे के खजूर के पेड़, चीड़ और बेंत के पेड़ों से शाखाएँ लोगे। तुम अपने परमेश्वर यहोवा के सामने सात दिन तक पर्व मनाओगे। 41 तुम इस पवित्रदिन को हर वर्ष यहोवा के लिए सात दिनों तक मनाओगे। यह नियम सदैव रहेगा। तुम इस पवित्र दिन को सातवें महीने में मनाओगे। 42 तुम सात दिन तक अस्थायी आश्रयों में रहोगे। इस्राएल में उत्पन्न हुए सबी लोग उन आश्रयों में रहोगे। इस्राएल में उत्पन्न हुए सभी लोग उन आश्रयों में रहेंगे। 43 क्यों? इससे तुम्हारे सभी वंशज यह जानेंगे कि मैंने इस्राएल के लोगों को अस्थायी आश्रयों में रहने वाला उस समय बनाया जिस समय मैं उन्हें मिस्र से लाया। मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ!” 44 इस प्रकार मूसा ने इस्राएल के लोगों को यहोवा के विशेष पवित्र दिनों के बारे में बताया।
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