1. {#1इस्राएल के मुखिया बुराई के अपराथी हैं } [QS]फिर मैंने कहा, “हे याकूब के मुखियाओं, अब सुनो। [QE][QS]हे इस्राएल के प्रजा के शासकों, अब सुनो। [QE][QS2]तुमको जानना चाहिये कि न्याय क्या होता है! [QE]
2. [QS]किन्तु तुमको नेकी से घृणा है [QE][QS2]और तुम लोगों की खाल तक उतार लेते हो। [QE][QS2]तुम लोगों की हड्डियों से माँस नोंच लेते हो! [QE]
3. [QS]तुम मेरे लोगों को नष्ट कर रहे हो! [QE][QS2]तुम उनकी खाल तक उनसे उतार रहे हो और उनकी हड्डियाँ तोड़ रहे हो। [QE][QS2]तुम उनकी हड्डियाँ ऐसे तोड़ रहे हो जैसे हांडी में माँस चढ़ाने के लिये। [QE]
4. [QS]तुम यहोवा से विनती करोगे [QE][QS2]किन्तु वह तुम्हें उत्तर नहीं देगा। [QE][QS]नहीं, यहोवा अपना मुख तुमसे छुपायेगा। [QE][QS2]क्यों क्योंकि तुमने बुरे कर्म किये हैं।” [QE]
5. {#1झूठे नबी } [PS]झूठे नबी यहोवा के लोगों को जीवन की उलटी रीति सीखाते हैं। यहोवा उन झूठे नबियों के विषय में यह कहता है: [PE][PBR] [QS]“यदि लोग इन नबियों को खाने को देते हैं, [QE][QS]तो वे चिल्लाकर कहते हैं, तुम्हारे संग शान्ति हो, [QE][QS2]किन्तु यदि लोग उन्हें खाने को नहीं देते तो वे सेना को उनके विरूद्ध युद्ध करने को प्रेरित करते हैं। [QE][PBR]
6. [QS]“इसलिये यह तुम्हारे लिये रात सा होगा। [QE][QS2]तुम कोई दर्शन नहीं देख पाओगो। [QE][QS]भविष्य के गर्त में जो छिपा है, तुम बता नहीं पाओगे। [QE][QS2]इसलिये यह तुमको अन्धेरे जैसा लगेगा। [QE][QS]नबियों पर सूर्य छिप जायेगा [QE][QS2]और उनके ऊपर दिन काला पड़ जायेगा। [QE]
7. [QS]“भविष्य के दृष्टा लज्जित हो जायेंगे। [QE][QS2]वे लोग, जो भविष्य देखते हैं, उनके मुँह काले हो जायेंगे। [QE][QS]हाँ, वे सभी अपना मुँह बन्द कर लेंगे। [QE][QS2]क्यों क्योंकि वहाँ परमेश्वर की ओर से कोई उत्तर नहीं होगा!” [QE]
8. {#1मीका परमेश्वर का सच्चा नबी है } [QS]किन्तु यहोवा की आत्मा ने मुझको शक्ति, नेकी, [QE][QS2]और सामर्थ्य से भर दिया था। [QE][QS]मैं याकूब को उसके पाप बतलाऊँगा। [QE][QS2]हाँ, मैं इस्राएल को उसके पापों के विषय में कहूँगा! [QE]
9. {#1इस्राएल के मुखिया दोषी हैं } [QS]हे याकूब के मुखियाओं, इस्राएल के शासकों तुम मेरी बात सुनो! [QE][QS2]तुम खरी राहों से घृणा करते हो! [QE][QS]यदि कोई वस्तु सीधी हो तो [QE][QS2]तुम उसे टेढ़ी कर देते हो! [QE]
10. [QS]तुमने सिय्योन का निर्माण लोगों की हत्या करके किया। [QE][QS2]तुमने यरूशलेम को पाप के द्वारा बनाया था! [QE]
11. [QS]यरूशलेम के न्यायाधीश उनके पक्ष में जो न्यायालय में जीतेगा, [QE][QS2]निर्णर्य देने के लिए घूस लिया करते हैं। [QE][QS]यरूशलेम के याजकों को धन देना पड़ता है, [QE][QS2]इसके पहले कि वे लोगों को सीख दें। [QE][QS]लोगों को नबियों को धन देना पड़ता है। [QE][QS2]इसके पहले कि वे भविष्य में झाँकें और फिर भी वे मुखिया सोचते हैं [QE][QS]कि उन पर कोई दण्ड नहीं पड़ सकता। [QE][QS2]वे सोचा करते हैं, यहोवा उनको बचा लेगा और वे कहते हैं, “यहोवा हमारे बीच रहता है। [QE][QS2]इसलिए हमारे साथ कोई बुरी बात घट नहीं सकती है।” [QE][PBR]
12. [QS]हे मुखियाओं, तुम्हारे ही कारण सिय्योन का विनाश होगा। [QE][QS2]यह किसी जुते हुए खेत सा सपाट हो जायेगा। [QE][QS]यरूशलेम पत्थरों का टीला बन जाएगा [QE][QS2]और मन्दिर का पर्वत झाड़ियों से ढ़का हुआ एक सूनी पहाड़ी होगा। [QE][PBR]