2. हे यहोवा, मुझ पर दया कर। मै रोगी और दुर्बल हूँ। मेरे रोगों को हर ले। मेरी हड्डियाँ काँप-काँप उठती हैं।
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5. मरे हुए लोग तुझे अपनी कब्रों के बीच याद नहीं करते हैं। मृत्यु के देश में वे तेरी प्रशंसा नहीं करते हैं। अत:मुझको चँगा कर।
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6. हे यहोवा, सारी रात मैं तुझको पुकारता रहता हूँ। मेरा बिछौना मेरे आँसुओं से भीग गया है। मेरे बिछौने से आँसु टपक रहे हैं। तेरे लिये रोते हुए मैं क्षीण हो गया हूँ।
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7. मेरे शत्रुओं ने मुझे बहुतेरे दु:ख दिये। इसने मुझे शोकाकुल और बहुत दु:खी कर डाला और अब मेरी आँखें रोने बिलखने से थकी हारी, दुर्बल हैं।
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10. मेरे सभी शत्रु व्याकुल और आशाहीन होंगे। कुछ अचानक ही घटित होगा और वे सभी लज्जित होंगे। वे मुझको छोड़ कर लौट जायेंगे।
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