1. हे इस्राएल के चरवाहे, तू मेरी सुन ले। [QBR2] तूने यूसुफ के भेड़ों (लोगों) की अगुवाई की। [QBR] तू राजा सा करूब पर विराजता है। [QBR2] हमको निज दर्शन दे। [QBR]
2. हे इस्राएल के चरवाहे, एप्रैम, बिन्यामीन और मनश्शे के सामने तू अपनी महिमा दिखा, [QBR2] और हमको बचा ले। [QBR]
3. हे परमेश्वर, हमको स्वीकार कर। [QBR2] हमको स्वीकार कर और हमारी रक्षा कर! [QBR]
4. सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा, [QBR2] क्या तू सदा के लिये हम पर कुपित रहेगा हमरी प्रार्थनाओं को तू कब सुनेगा [QBR]
5. अपने भक्तों को तूने बस खाने को आँसू दिये है। [QBR2] तूने अपने भक्तों को पीने के लिये आँसुओं से लबालब प्याले दिये। [QBR]
6. तूने हमें हमारे पड़ोसियों के लिये कोई ऐसी वस्तु बनने दिया जिस पर वे झगड़ा करे। [QBR2] हमारे शत्रु हमारी हँसी उड़ाते हैं। [QBR]
7. हे सर्वशक्तिमान परमेश्वर, फिर हमको स्वीकार कर। [QBR2] हमको स्वीकार कर और हमारी रक्षा कर।
8. प्रचीन काल में, तूने हमें एक अति महत्त्वपूर्ण पौधे सा समझा। [QBR2] तू अपनी दाखलता मिस्र से बाहर लाया। [QBR] तूने दूसरे लोगों को यह धरती छोड़ने को विवश किया [QBR2] और यहाँ तूने अपनी निज दाखलता रोप दी। [QBR]
9. तूने दाखलता रोपने को धरती को तैयार किया, उसकी जड़ों को पक्की करने के लिये तूने सहारा दिया [QBR2] और फिर शीघ्र ही दाखलता धरती पर हर कहीं फैल गई। [QBR]
10. उसने पहाड़ ढक लिया। [QBR2] यहाँ तक कि उसके पतों ने विशाल देवदार वृक्ष को भी ढक लिया। [QBR2]
11. इसकी दाखलताएँ भूमध्य सागर तक फैल गई। [QBR2] इसकी जड़ परात नदी तक फैल गई। [QBR]
12. हे परमेश्वर, तूने वे दीवारें क्यों गिरा दी, जो तेरी दाखलता की रक्षा करती थी। [QBR2] अब वह हर कोई जो वहाँ से गुजरता है, वहाँ से अंगूर को तोड़ लेते हैं। [QBR]
13. बनैले सूअर आते हैं, और तेरी दाखलता को रौदते हुए गुजर जाते हैं। [QBR2] जंगली पशु आते हैं, और उसकी पत्तियाँ चर जाते हैं। [QBR]
14. सर्वशक्तिमान परमेश्वर, वापस आ। [QBR2] अपनी दाखलता पर स्वर्ग से नीचे देख, और इसकी रक्षा कर। [QBR]
15. हे परमेश्वर, अपनी उस दाखलता को देख जिसको तूने स्वयं निज हाथों से रोपा था। [QBR2] इस बच्चे पौधे को देख जिसे तूने बढ़ाया। [QBR]
16. तेरी दाखलता को सूखे हुए उपलों सा आग में जलाया गया। [QBR2] तू इससे क्रोधित था और तूने उजाड़ दिया।
17. हे परमेश्वर, तू अपना हाथ उस पुत्र पर रख जो तेरे दाहिनी ओर खड़ा है। [QBR2] उस पुत्र पर हाथ रख जिसे तूने उठाया। [QBR]
18. फिर वह कभी तुझको नहीं त्यागेगा। [QBR2] तू उसको जीवित रख, और वह तेरे नाम की आराधना करेगा। [QBR]
19. सर्वशक्तिमान यहोवा परमेश्वर, हमारे पास लौट आ [QBR2] हमको अपना ले, और हमारी रक्षा कर। [PE]