पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
भजन संहिता
1. [PS]*आसाप का एक स्तुति गीत। *[PE][QS]परमेश्वर देवों की सभा के बीच विराजता है। [QE][QS2]उन देवों की सभा का परमेश्वर न्यायाधीश है। [QE]
2. [QS]परमेश्वर कहता है, “कब तक तुम लोग अन्यायपूर्ण न्याय करोगे [QE][QS2]कब तक तुम लोग दुराचारी लोगों को यूँ ही बिना दण्ड दिए छोड़ते रहोगे?” [QE][PBR]
3. [QS]अनाथों और दीन लोगों की रक्षा कर, [QE][QS2]जिन्हें उचित व्यवहार नहीं मिलता तू उनके अधिकारों कि रक्षा कर। [QE]
4. [QS]दीन और असहाय जन की रक्षा कर। [QE][QS2]दुष्टों के चंगुल से उनको बचा ले। [QE][PBR]
5. [QS]“इस्राएल के लोग नहीं जानते क्या कुछ घट रहा है। [QE][QS2]वे समझते नहीं, [QE][QS]वे जानते नहीं वे क्या कर रहे हैं। [QE][QS2]उनका जगत उनके चारों ओर गिर रहा है।” [QE]
6. [QS]मैंने (परमेश्वर) कहा, “तुम लोग ईश्वर हो, [QE][QS2]तुम परम परमेश्वर के पुत्र हो। [QE]
7. [QS]किन्तु तुम भी वैसे ही मर जाओगे जैसे निश्चय ही सब लोग मर जाते हैं। [QE][QS2]तुम वैसे मरोगे जैसे अन्य नेता मर जाते हैं।” [QE][PBR]
8. [QS]हे परमेश्वर, खड़ा हो! तू न्यायाधीश बन जा! [QE][QS2]हे परमेश्वर, तू सारे ही राष्ट्रों का नेता बन जा! [QE][PBR]
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 82 / 150
1 आसाप का एक स्तुति गीत। परमेश्वर देवों की सभा के बीच विराजता है। उन देवों की सभा का परमेश्वर न्यायाधीश है। 2 परमेश्वर कहता है, “कब तक तुम लोग अन्यायपूर्ण न्याय करोगे कब तक तुम लोग दुराचारी लोगों को यूँ ही बिना दण्ड दिए छोड़ते रहोगे?” 3 अनाथों और दीन लोगों की रक्षा कर, जिन्हें उचित व्यवहार नहीं मिलता तू उनके अधिकारों कि रक्षा कर। 4 दीन और असहाय जन की रक्षा कर। दुष्टों के चंगुल से उनको बचा ले। 5 “इस्राएल के लोग नहीं जानते क्या कुछ घट रहा है। वे समझते नहीं, वे जानते नहीं वे क्या कर रहे हैं। उनका जगत उनके चारों ओर गिर रहा है।” 6 मैंने (परमेश्वर) कहा, “तुम लोग ईश्वर हो, तुम परम परमेश्वर के पुत्र हो। 7 किन्तु तुम भी वैसे ही मर जाओगे जैसे निश्चय ही सब लोग मर जाते हैं। तुम वैसे मरोगे जैसे अन्य नेता मर जाते हैं।” 8 हे परमेश्वर, खड़ा हो! तू न्यायाधीश बन जा! हे परमेश्वर, तू सारे ही राष्ट्रों का नेता बन जा!
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