पवित्र बाइबिल

ऐसी तो रीड वर्शन (ESV)
सपन्याह
1. {#1यरूशलेम का भविष्य }
2. [PS]यरूशलेम, तुम्हारे लोग परमेश्वर के विरूद्ध लड़े! तुम्हारे लोगों ने अन्य लोगों को चोट पहुँचाई और तुम पाप से कलंकित हो! [PE][PS]तुम्हारे लोग मेरी एक नहीं सुनते! वे मेरी शिक्षा को स्वीकार नहीं करते। यरूशलेम यहोवा में विश्वास नहीं रखता। यरूशलेम अपने परमेश्वर तक को नहीं जानती।
3. यरूशलेम के प्रमुख गुरर्ाते सिंह जैसे है। इसके न्यायायधीश ऐसे भूखे भेड़ियों की तरह हैं जो भेड़ों पर आक्रमण करने शाम को आते हैं, और प्रात: काल कुछ बचा नहीं रहता।
4. उसके नबी अपनी गुप्त योजनायें सदा अधिक से अधिक पाने के लिये बना रहे हैं। उसके याजकों ने पवित्र चीज़ों को अशुद्ध करता है। उन्होंने परमेश्वर की शिक्षा के प्रति बुरे काम किये हैं।
5. किन्तु परमेश्वर अब भी उस नगर में है और वह उनके प्रति लगातार न्यायपूर्ण बना रहा है। परमेश्वर कुछ भी बुरा नहीं करता। वह अपने लोगों की भलाई करता चला आ रहा है। लगातार हर सुबह वह अपने लोगों के साथ न्याय करता है। किन्तु बुरे लोग अपने किये बुरे कामों के लिये लज्जित नहीं हैं। [PE]
6. [PS]परमेश्वर कहता है, “मैंने पूरे राष्टों को नष्ट कर दिया है। मैंने उनकी रक्षा मीनारों को नष्ट किया है। मैंने उनकी सड़कें नष्ट की हैं और अब वहां कोई नहीं जाता। उनके नगर सूने हैं, उनमें अब कोई नहीं रहता।
7. मैं तुमसे यह इसलिए कह रहा हूँ ताकि तुम शिक्षा लो। मैं चाहता हूँ कि तुम मुझसे डरो और मेरा सम्मान करो। यदि तुम ऐसा करोगे तो तुम्हारा घर नष्ट नहीं होगा। यदि तुम ऐसा करोगे तो मैं अपनी बनाई योजना के अनुसार तुम्हें दण्ड नहीं दूँगा।” किन्तु वे बुरे लोग वैसे ही बुरे काम और अधिक करना चाहते हैं जिन्हें उन्होंने पहले ही कर रखा हैं! [PE]
8. [PS]यहोवा ने कहा, “अत: तनिक प्रतीक्षा करो! मेरे खड़े होने और अपने न्याय किये जाने के लिये मेरी प्रतीक्षा करो। अनेक राष्ट्रों से लोगों को लाने और तुमको दण्ड देने के लिये उनका उपयोग करने का निर्णय मेरा है। मैं उन लोगों का उपयोग अपना क्रोध तुम्हारे विरूद्ध प्रकट करने के लिये करूँगा। मैं उनका उपयोग यह दिखाने के लिये करूँगा कि मैं कितना क्षुब्ध हूँ, और यहूदा का पूरा प्रदेश नष्ट होगा!
9. तब मैं अन्य राष्ट्रों के लोगों की सहायता साफ—साफ बोलने के लिये करूँगा और वे यहोवा के नाम की प्रशंसा करेंगे। वे सभी एक साथ मेरी उपासना के नाम की प्रशंसा करेंगे। वे सभी एक साथ मेरी उपासना करेंगे।
10. लोग कूश में नदी की दूसरी ओर से पूरा रास्ता तय करके आएंगे। मेरे बिखरे लोग मेरे पास आएंगे। मेरे उपासक मेरे पास आएंगे और अपनी भेंट लाएंगे। [PE]
11. [PS]“यरूशलेम, तब तुम आगे चलकर उन बुरे कामों के लिये लज्जित होना बन्द कर दोगे। क्यों क्योंकि मैं यरूशलेम से उन सभी बुरे लोगों को निकाल बाहर करूँगा। मैं उन सभी घमण्डी लोगों को दूर कर दूँगा। उन घमण्डी लोगों में से कोई भी मेरे पवित्र पर्वत पर नहीं रह जाएगा।
12. मैं केवल सीधे और विनम्र लोगों को अपने नगर (यरूशलेम) में रहने दूँगा और वे यहोवा के नाम में विश्वास करेंगे।
13. इस्राएल के बचे लोग बुरा काम नहीं करेंगे। वे झूठ नहीं बोलेंगे। वे झूठ बोलकर लोगों को ठगना नहीं चाहेंगे। वे उन भेड़ों की तरह होंगे जो खाती हैं और शान्त लेटती है, और कोई भी उन्हें तंग नहीं करेगा।” [PE]
14. {#1आनन्द सन्देश } [QS]हे यरूशलेम, गाओ और आनन्दित होओ! [QE][QS2]हे इस्राएल, आनन्द से घोष करो! [QE][QS2]यरूशलेम, प्रसन्न होओ, तमाशे करो! [QE]
15. [QS]क्यों क्योंकि यहोवा ने तुम्हारा दण्ड रोक दिया! [QE][QS2]उन्होंने तुम्हारे शत्रुओं की दृढ़ मीनारों को नष्ट कर दिया! [QE][QS]इस्राएल के राजा, यहोवा तुम्हारे साथ है। [QE][QS2]तुम्हें किसी बुरी घटना के होने के बारे में चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं! [QE]
16. [QS]उस समय यरूशलेम से कहा जाएगा, [QE][QS2]“दृढ़ बनो, डरो नहीं।” [QE]
17. [QS]तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे साथ हैं। [QE][QS2]वह शक्तिशाली सैनिक सा हैं। [QE][QS2]वह तुम्हारी रक्षा करेगा। [QE][QS]वह दिखायेगा कि वह तुम से कितना प्यार करता है। [QE][QS2]वह दिखायेगा कि वह तुम्हारे साथ कितने प्रसन्न है। [QE][QS]वे हसेगा और तुम्हारे बारे में ऐसे प्रसन्न होगा, [QE]
[QS2]18. जैसे लोग दावत में होते हैं। [QE][QS]मैं तुम्हारी लज्जा को दूर करूँगा। [QE][QS2]मैं तुम्हारे दुर्भाग्य को तुम से दूर कर दूँगा। [QE]
19. [QS]उस समय, मैं उन लोगों को दण्ड दूँगा जिन्होंने तुम्हें चोट पहुँचाई। [QE][QS2]मैं अपने घायल लोगों की रक्षा करूँगा। [QE][QS2]मैं उन लोगों को वापस लाऊँगा, [QE][QS]जो भागने को विवश किये गए थे और मैं उन्हें प्रसिद्ध करूँगा। [QE][QS2]लोग सर्वत्र उनकी प्रशंसा करेंगे। [QE]
20. [QS]उस समय मैं तुम्हें वापस लाऊँगा। [QE][QS2]मैं तुम्हें एक साथ वापस लाऊँगा। [QE][QS]मैं तुम्हें प्रसिद्ध बनाऊँगा। [QE][QS]सर्वत्र लोग तुम्हारी प्रशंसा करेंगे। [QE][QS2]यह तब होगा जब मैं तुम्हारी आँखों के सामने तुम बन्दियों को वापस लाऊँगा!” [QE][QS]यहोवा ने यह सब कहा। [QE][PBR]
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यरूशलेम का भविष्य 1 2 यरूशलेम, तुम्हारे लोग परमेश्वर के विरूद्ध लड़े! तुम्हारे लोगों ने अन्य लोगों को चोट पहुँचाई और तुम पाप से कलंकित हो! तुम्हारे लोग मेरी एक नहीं सुनते! वे मेरी शिक्षा को स्वीकार नहीं करते। यरूशलेम यहोवा में विश्वास नहीं रखता। यरूशलेम अपने परमेश्वर तक को नहीं जानती। 3 यरूशलेम के प्रमुख गुरर्ाते सिंह जैसे है। इसके न्यायायधीश ऐसे भूखे भेड़ियों की तरह हैं जो भेड़ों पर आक्रमण करने शाम को आते हैं, और प्रात: काल कुछ बचा नहीं रहता। 4 उसके नबी अपनी गुप्त योजनायें सदा अधिक से अधिक पाने के लिये बना रहे हैं। उसके याजकों ने पवित्र चीज़ों को अशुद्ध करता है। उन्होंने परमेश्वर की शिक्षा के प्रति बुरे काम किये हैं। 5 किन्तु परमेश्वर अब भी उस नगर में है और वह उनके प्रति लगातार न्यायपूर्ण बना रहा है। परमेश्वर कुछ भी बुरा नहीं करता। वह अपने लोगों की भलाई करता चला आ रहा है। लगातार हर सुबह वह अपने लोगों के साथ न्याय करता है। किन्तु बुरे लोग अपने किये बुरे कामों के लिये लज्जित नहीं हैं। 6 परमेश्वर कहता है, “मैंने पूरे राष्टों को नष्ट कर दिया है। मैंने उनकी रक्षा मीनारों को नष्ट किया है। मैंने उनकी सड़कें नष्ट की हैं और अब वहां कोई नहीं जाता। उनके नगर सूने हैं, उनमें अब कोई नहीं रहता। 7 मैं तुमसे यह इसलिए कह रहा हूँ ताकि तुम शिक्षा लो। मैं चाहता हूँ कि तुम मुझसे डरो और मेरा सम्मान करो। यदि तुम ऐसा करोगे तो तुम्हारा घर नष्ट नहीं होगा। यदि तुम ऐसा करोगे तो मैं अपनी बनाई योजना के अनुसार तुम्हें दण्ड नहीं दूँगा।” किन्तु वे बुरे लोग वैसे ही बुरे काम और अधिक करना चाहते हैं जिन्हें उन्होंने पहले ही कर रखा हैं! 8 यहोवा ने कहा, “अत: तनिक प्रतीक्षा करो! मेरे खड़े होने और अपने न्याय किये जाने के लिये मेरी प्रतीक्षा करो। अनेक राष्ट्रों से लोगों को लाने और तुमको दण्ड देने के लिये उनका उपयोग करने का निर्णय मेरा है। मैं उन लोगों का उपयोग अपना क्रोध तुम्हारे विरूद्ध प्रकट करने के लिये करूँगा। मैं उनका उपयोग यह दिखाने के लिये करूँगा कि मैं कितना क्षुब्ध हूँ, और यहूदा का पूरा प्रदेश नष्ट होगा! 9 तब मैं अन्य राष्ट्रों के लोगों की सहायता साफ—साफ बोलने के लिये करूँगा और वे यहोवा के नाम की प्रशंसा करेंगे। वे सभी एक साथ मेरी उपासना के नाम की प्रशंसा करेंगे। वे सभी एक साथ मेरी उपासना करेंगे। 10 लोग कूश में नदी की दूसरी ओर से पूरा रास्ता तय करके आएंगे। मेरे बिखरे लोग मेरे पास आएंगे। मेरे उपासक मेरे पास आएंगे और अपनी भेंट लाएंगे। 11 “यरूशलेम, तब तुम आगे चलकर उन बुरे कामों के लिये लज्जित होना बन्द कर दोगे। क्यों क्योंकि मैं यरूशलेम से उन सभी बुरे लोगों को निकाल बाहर करूँगा। मैं उन सभी घमण्डी लोगों को दूर कर दूँगा। उन घमण्डी लोगों में से कोई भी मेरे पवित्र पर्वत पर नहीं रह जाएगा। 12 मैं केवल सीधे और विनम्र लोगों को अपने नगर (यरूशलेम) में रहने दूँगा और वे यहोवा के नाम में विश्वास करेंगे। 13 इस्राएल के बचे लोग बुरा काम नहीं करेंगे। वे झूठ नहीं बोलेंगे। वे झूठ बोलकर लोगों को ठगना नहीं चाहेंगे। वे उन भेड़ों की तरह होंगे जो खाती हैं और शान्त लेटती है, और कोई भी उन्हें तंग नहीं करेगा।” आनन्द सन्देश 14 हे यरूशलेम, गाओ और आनन्दित होओ! हे इस्राएल, आनन्द से घोष करो! यरूशलेम, प्रसन्न होओ, तमाशे करो! 15 क्यों क्योंकि यहोवा ने तुम्हारा दण्ड रोक दिया! उन्होंने तुम्हारे शत्रुओं की दृढ़ मीनारों को नष्ट कर दिया! इस्राएल के राजा, यहोवा तुम्हारे साथ है। तुम्हें किसी बुरी घटना के होने के बारे में चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं! 16 उस समय यरूशलेम से कहा जाएगा, “दृढ़ बनो, डरो नहीं।” 17 तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे साथ हैं। वह शक्तिशाली सैनिक सा हैं। वह तुम्हारी रक्षा करेगा। वह दिखायेगा कि वह तुम से कितना प्यार करता है। वह दिखायेगा कि वह तुम्हारे साथ कितने प्रसन्न है। वे हसेगा और तुम्हारे बारे में ऐसे प्रसन्न होगा, 18 जैसे लोग दावत में होते हैं। मैं तुम्हारी लज्जा को दूर करूँगा। मैं तुम्हारे दुर्भाग्य को तुम से दूर कर दूँगा। 19 उस समय, मैं उन लोगों को दण्ड दूँगा जिन्होंने तुम्हें चोट पहुँचाई। मैं अपने घायल लोगों की रक्षा करूँगा। मैं उन लोगों को वापस लाऊँगा, जो भागने को विवश किये गए थे और मैं उन्हें प्रसिद्ध करूँगा। लोग सर्वत्र उनकी प्रशंसा करेंगे। 20 उस समय मैं तुम्हें वापस लाऊँगा। मैं तुम्हें एक साथ वापस लाऊँगा। मैं तुम्हें प्रसिद्ध बनाऊँगा। सर्वत्र लोग तुम्हारी प्रशंसा करेंगे। यह तब होगा जब मैं तुम्हारी आँखों के सामने तुम बन्दियों को वापस लाऊँगा!” यहोवा ने यह सब कहा।
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