6. और एहूद के पुत्रा ये हुए ( गेबा के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष ये थे, जिन्हें बन्धुआई में मानहत को ले गए थे ) ।
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7. और नामान, अहिरयाह और गेरा ( इन्हें भी बन्धुआ करके मानहत को ले गए थे ), और उस ने उज्जा और अहिलूद को जन्म दिया।
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13. फिर वरीआ और शेमा जो अरयालोन के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष थे, और जिन्हों ने गत के निवासियों को भगा दिया।
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28. ये अपनी अपनी पीढ़ी में अपने अपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरूष और प्रधान थे, ये यरूशलेम में रहते थे।
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32. और मिकोत से शिमा उत्पन्न हुआ। और ये भी अपने भइयों के साम्हने यरूशलेम में रहते थे, अपने भाइयों ही के साथ।
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33. और नेर से कीश उत्पन्न हुआ, कीश से शाऊल, और शाऊल से योनातान, मलकीश, अबीनादाब, और एशबाल उत्पन्न हुआ।
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38. और आसेल के छे पुत्रा हुए जिनके ये नाम थे, अर्थात् अज्रीकाम, बोकरू, यिश्माएल, शार्याह, ओबद्याह, और हानान। ये ही सब आसेल के पुत्रा थे।
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40. और ऊलाम के पुत्रा शूरवीर और धनुर्धारी हुए, और उनके बहुत बेटे- पोते अर्थात् डेढ़ सौ हुए। ये ही सब बिन्यामीन के वंश के थे।
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