1. {विश्वासयोग्य जीवन बिताने का संकल्प} PS मैं करुणा और न्याय के विषय गाऊँगा;
हे यहोवा, मैं तेरा ही भजन गाऊँगा। |
2. मैं बुद्धिमानी से खरे मार्ग में चलूँगा।
तू मेरे पास कब आएगा? मैं अपने घर में मन की खराई के साथ अपनी चाल चलूँगा; |
3. मैं किसी ओछे काम पर चित्त न लगाऊँगा*।
मैं कुमार्ग पर चलनेवालों के काम से घिन रखता हूँ; ऐसे काम में मैं न लगूँगा। |
5. जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली खाए,
उसका मैं सत्यानाश करूँगा*; जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमण्डी है, उसकी मैं न सहूँगा। |
6. मेरी आँखें देश के विश्वासयोग्य लोगों पर लगी रहेंगी कि वे मेरे संग रहें;
जो खरे मार्ग पर चलता है वही मेरा सेवक होगा। |
8. प्रति भोर, मैं देश के सब दुष्टों का सत्यानाश किया करूँगा,
ताकि यहोवा के नगर के सब अनर्थकारियों को नाश करूँ। PE |