पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
भजन संहिता
1. हे यहोवा बचा ले, क्योंकि एक भी भक्त नहीं रहा; [QBR] मनुष्यों में से विश्वासयोग्य लोग लुप्त‍ हो गए हैं। [QBR]
2. प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है; [QBR] वे चापलूसी के होंठों से दो रंगी बातें करते हैं। [QBR]
3. यहोवा सब चापलूस होंठों को [QBR] और उस जीभ को जिससे बड़ा बोल निकलता है* काट डालेगा। [QBR]
4. वे कहते हैं, “हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, [QBR] हमारे होंठ हमारे ही वश में हैं; हम पर कौन शासन कर सकेगा?” [QBR]
5. दीन लोगों के लुट जाने, और दरिद्रों के कराहने के कारण, [QBR] यहोवा कहता है, “अब मैं उठूँगा, जिस पर [QBR] वे फुँकारते हैं उसे मैं चैन विश्राम दूँगा।” [QBR]
6. यहोवा का वचन पवित्र है, [QBR] उस चाँदी के समान जो भट्ठी में मिट्टी पर ताई गई, [QBR] और सात बार निर्मल की गई हो*। [QBR]
7. तू ही हे यहोवा उनकी रक्षा करेगा, [QBR] उनको इस काल के लोगों से सर्वदा के लिये बचाए रखेगा। [QBR]
8. जब मनुष्यों में बुराई का आदर होता है, [QBR] तब दुष्ट लोग चारों ओर अकड़ते फिरते हैं। [PE]

Notes

No Verse Added

Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 12 / 150
भजन संहिता 12:148
1 हे यहोवा बचा ले, क्योंकि एक भी भक्त नहीं रहा; मनुष्यों में से विश्वासयोग्य लोग लुप्त‍ हो गए हैं। 2 प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है; वे चापलूसी के होंठों से दो रंगी बातें करते हैं। 3 यहोवा सब चापलूस होंठों को और उस जीभ को जिससे बड़ा बोल निकलता है* काट डालेगा। 4 वे कहते हैं, “हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, हमारे होंठ हमारे ही वश में हैं; हम पर कौन शासन कर सकेगा?” 5 दीन लोगों के लुट जाने, और दरिद्रों के कराहने के कारण, यहोवा कहता है, “अब मैं उठूँगा, जिस पर वे फुँकारते हैं उसे मैं चैन विश्राम दूँगा।” 6 यहोवा का वचन पवित्र है, उस चाँदी के समान जो भट्ठी में मिट्टी पर ताई गई, और सात बार निर्मल की गई हो*। 7 तू ही हे यहोवा उनकी रक्षा करेगा, उनको इस काल के लोगों से सर्वदा के लिये बचाए रखेगा। 8 जब मनुष्यों में बुराई का आदर होता है, तब दुष्ट लोग चारों ओर अकड़ते फिरते हैं।
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 12 / 150
Common Bible Languages
West Indian Languages
×

Alert

×

hindi Letters Keypad References