पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
भजन संहिता
1. हे यहोवा बचा ले, क्योंकि एक भी भक्त नहीं रहा; [QBR] मनुष्यों में से विश्वासयोग्य लोग लुप्त‍ हो गए हैं। [QBR]
2. प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है; [QBR] वे चापलूसी के होंठों से दो रंगी बातें करते हैं। [QBR]
3. यहोवा सब चापलूस होंठों को [QBR] और उस जीभ को जिससे बड़ा बोल निकलता है* काट डालेगा। [QBR]
4. वे कहते हैं, “हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे, [QBR] हमारे होंठ हमारे ही वश में हैं; हम पर कौन शासन कर सकेगा?” [QBR]
5. दीन लोगों के लुट जाने, और दरिद्रों के कराहने के कारण, [QBR] यहोवा कहता है, “अब मैं उठूँगा, जिस पर [QBR] वे फुँकारते हैं उसे मैं चैन विश्राम दूँगा।” [QBR]
6. यहोवा का वचन पवित्र है, [QBR] उस चाँदी के समान जो भट्ठी में मिट्टी पर ताई गई, [QBR] और सात बार निर्मल की गई हो*। [QBR]
7. तू ही हे यहोवा उनकी रक्षा करेगा, [QBR] उनको इस काल के लोगों से सर्वदा के लिये बचाए रखेगा। [QBR]
8. जब मनुष्यों में बुराई का आदर होता है, [QBR] तब दुष्ट लोग चारों ओर अकड़ते फिरते हैं। [PE]

Notes

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भजन संहिता 12:17
1. हे यहोवा बचा ले, क्योंकि एक भी भक्त नहीं रहा;
मनुष्यों में से विश्वासयोग्य लोग लुप्त‍ हो गए हैं।
2. प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है;
वे चापलूसी के होंठों से दो रंगी बातें करते हैं।
3. यहोवा सब चापलूस होंठों को
और उस जीभ को जिससे बड़ा बोल निकलता है* काट डालेगा।
4. वे कहते हैं, “हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे,
हमारे होंठ हमारे ही वश में हैं; हम पर कौन शासन कर सकेगा?”
5. दीन लोगों के लुट जाने, और दरिद्रों के कराहने के कारण,
यहोवा कहता है, “अब मैं उठूँगा, जिस पर
वे फुँकारते हैं उसे मैं चैन विश्राम दूँगा।”
6. यहोवा का वचन पवित्र है,
उस चाँदी के समान जो भट्ठी में मिट्टी पर ताई गई,
और सात बार निर्मल की गई हो*।
7. तू ही हे यहोवा उनकी रक्षा करेगा,
उनको इस काल के लोगों से सर्वदा के लिये बचाए रखेगा।
8. जब मनुष्यों में बुराई का आदर होता है,
तब दुष्ट लोग चारों ओर अकड़ते फिरते हैं। PE
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