1. {पापियों का एक चित्र} PS मूर्ख ने* अपने मन में कहा है, “कोई परमेश्वर है ही नहीं।”
वे बिगड़ गए, उन्होंने घिनौने काम किए हैं, कोई सुकर्मी नहीं। |
2. यहोवा ने स्वर्ग में से मनुष्यों पर दृष्टि की है
कि देखे कि कोई बुद्धिमान, कोई यहोवा का खोजी है या नहीं। |
4. क्या किसी अनर्थकारी को कुछ भी ज्ञान नहीं रहता,
जो मेरे लोगों को ऐसे खा जाते हैं जैसे रोटी, और यहोवा का नाम नहीं लेते? |
7. भला हो कि इस्राएल का उद्धार सिय्योन से* प्रगट होता!
जब यहोवा अपनी प्रजा को दासत्व से लौटा ले आएगा, तब याकूब मगन और इस्राएल आनन्दित होगा। (भज. 53:6, लूका 1:69) PE |