1. {#1पाप और पापियों से संरक्षण } [QS][PS]*दाऊद का भजन *[PE][PBR]हे यहोवा, मैंने तुझे पुकारा है; मेरे लिये फुर्ती कर! [QE][QS]जब मैं तुझको पुकारूँ, तब मेरी ओर कान लगा! [QE]
2. [QS]मेरी प्रार्थना तेरे सामने सुगन्ध धूप*, [QE][QS]और मेरा हाथ फैलाना, संध्याकाल का अन्नबलि ठहरे! (प्रका. 5:8, प्रका. 8:3,4, नीति. 3:25,1 पत. 3:6) [QE]
3. [QS]हे यहोवा, मेरे मुँह पर पहरा बैठा, [QE][QS]मेरे होंठों के द्वार की रखवाली कर! (याकू. 1:26) [QE]
4. [QS]मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे; [QE][QS]मैं अनर्थकारी पुरुषों के संग, [QE][QS]दुष्ट कामों में न लगूँ, [QE][QS]और मैं उनके स्वादिष्ट भोजनवस्तुओं में से कुछ न खाऊँ! [QE]
5. [QS]धर्मी मुझ को मारे तो यह करुणा मानी जाएगी, [QE][QS]और वह मुझे ताड़ना दे, तो यह मेरे सिर पर का तेल ठहरेगा; [QE][QS]मेरा सिर उससे इन्कार न करेगा। [QE][QS]दुष्ट लोगों के बुरे कामों के विरुद्ध मैं निरन्तर प्रार्थना करता रहूँगा। [QE]
6. [QS]जब उनके न्यायी चट्टान के ऊपर से गिराए गए, [QE][QS]तब उन्होंने मेरे वचन सुन लिए; क्योंकि वे मधुर हैं। [QE]
7. [QS]जैसे भूमि में हल चलने से ढेले फूटते हैं*, [QE][QS]वैसे ही हमारी हड्डियाँ अधोलोक के मुँह पर छितराई गई हैं। [QE]
8. [QS]परन्तु हे यहोवा प्रभु, मेरी आँखें तेरी ही ओर लगी हैं; [QE][QS]मैं तेरा शरणागत हूँ; तू मेरे प्राण जाने न दे! [QE]
9. [QS]मुझे उस फंदे से, जो उन्होंने मेरे लिये लगाया है, [QE][QS]और अनर्थकारियों के जाल से मेरी रक्षा कर! [QE]
10. [QS]दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फँसें, [QE][QS]और मैं बच निकलूँ। [QE]