3. जो अपनी जीभ से अपमान नहीं करता,
और न अन्य लोगों की बुराई करता, और न अपने पड़ोसी का अपमान सुनता है; |
4. वह जिसकी दृष्टि में निकम्मा मनुष्य तुच्छ है,
पर जो यहोवा के डरवैयों का आदर करता है, जो शपथ खाकर बदलता नहीं चाहे हानि उठाना पड़े; |
5. जो अपना रुपया ब्याज पर नहीं देता,
और निर्दोष की हानि करने के लिये घूस नहीं लेता है। जो कोई ऐसी चाल चलता है वह कभी न डगमगाएगा। PE |