1. {एक खरे व्यक्ति की प्रार्थना} [PS] हे यहोवा, मेरा न्याय कर, [QBR] क्योंकि मैं खराई से चलता रहा हूँ, [QBR] और मेरा भरोसा यहोवा पर अटल बना है। [QBR]
2. हे यहोवा, मुझ को जाँच और परख*; [QBR] मेरे मन और हृदय को परख। [QBR]
3. क्योंकि तेरी करुणा तो मेरी आँखों के सामने है, [QBR] और मैं तेरे सत्य मार्ग पर चलता रहा हूँ। [QBR]
4. मैं निकम्मी चाल चलनेवालों के संग नहीं बैठा, [QBR] और न मैं कपटियों के साथ कहीं जाऊँगा; [QBR]
5. मैं कुकर्मियों की संगति से घृणा रखता हूँ, [QBR] और दुष्टों के संग न बैठूँगा। [QBR]
6. मैं अपने हाथों को निर्दोषता के जल से धोऊँगा*, [QBR] तब हे यहोवा मैं तेरी वेदी की प्रदक्षिणा करूँगा, (भज. 73:13) [QBR]
7. ताकि तेरा धन्यवाद ऊँचे शब्द से करूँ, [QBR] और तेरे सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करूँ। [QBR]
8. हे यहोवा, मैं तेरे धाम से [QBR] तेरी महिमा के निवास-स्थान से प्रीति रखता हूँ। [QBR]
9. मेरे प्राण को पापियों के साथ, [QBR] और मेरे जीवन को हत्यारों के साथ न मिला*। [QBR]
10. वे तो ओछापन करने में लगे रहते हैं, [QBR] और उनका दाहिना हाथ घूस से भरा रहता है। [QBR]
11. परन्तु मैं तो खराई से चलता रहूँगा। [QBR] तू मुझे छुड़ा ले, और मुझ पर दया कर। [QBR]
12. मेरे पाँव चौरस स्थान में स्थिर है; [QBR] सभाओं में मैं यहोवा को धन्य कहा करूँगा। [PE]