1. {विश्वास की घोषणा} [PS] यहोवा मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; [QBR] मैं किस से डरूँ*? [QBR] यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, [QBR] मैं किस का भय खाऊँ? [QBR]
2. जब कुकर्मियों ने जो मुझे सताते और मुझी से [QBR] बैर रखते थे, [QBR] मुझे खा डालने के लिये मुझ पर चढ़ाई की, [QBR] तब वे ही ठोकर खाकर गिर पड़े। [QBR]
3. चाहे सेना भी मेरे विरुद्ध छावनी डाले, [QBR] तो भी मैं न डरूँगा; चाहे मेरे विरुद्ध लड़ाई ठन जाए, [QBR] उस दशा में भी मैं हियाव बाँधे निश्चित रहूँगा। [QBR]
4. एक वर मैंने यहोवा से माँगा है, [QBR] उसी के यत्न में लगा रहूँगा; [QBR] कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊँ, जिससे यहोवा की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूँ, [QBR] और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूँ। (भज. 6:8, भज. 23:6, फिलि. 3:13) [QBR]
5. क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने [QBR] मण्डप में छिपा रखेगा; [QBR] अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, [QBR] और चट्टान पर चढ़ाएगा। (भज. 91:1, भज. 40:2, भज. 138:7) [QBR]
6. अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊँचा होगा; [QBR] और मैं यहोवा के तम्बू में आनन्द के बलिदान चढ़ाऊँगा*; [QBR] और मैं गाऊँगा और यहोवा के लिए गीत गाऊँगा। (भज. 3:3) [QBR]
7. हे यहोवा, मेरा शब्द सुन, मैं पुकारता हूँ, [QBR] तू मुझ पर दया कर और मुझे उत्तर दे। (भज. 130:2-4, भज. 13:3) [QBR]
8. तूने कहा है, “मेरे दर्शन के खोजी हो।” [QBR] इसलिए मेरा मन तुझसे कहता है, [QBR] “हे यहोवा, तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूँगा।” [QBR]
9. अपना मुख मुझसे न छिपा। [QBR] अपने दास को क्रोध करके न हटा, [QBR] तू मेरा सहायक बना है। [QBR] हे मेरे उद्धार करनेवाले परमेश्वर मुझे त्याग न दे, और मुझे छोड़ न दे! [QBR]
10. मेरे माता-पिता ने तो मुझे छोड़ दिया है, [QBR] परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेगा। [QBR]
11. हे यहोवा, अपना मार्ग मुझे सिखा, [QBR] और मेरे द्रोहियों के कारण मुझ को चौरस रास्ते पर ले चल। (भज. 5:8) [QBR]
12. मुझ को मेरे सतानेवालों की इच्छा पर न छोड़, [QBR] क्योंकि झूठे साक्षी जो उपद्रव करने की धुन [QBR] में हैं* मेरे विरुद्ध उठे हैं। [QBR]
13. यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की [QBR] पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूँगा, [QBR] तो मैं मूर्च्छित हो जाता। (भज. 142:5) [QBR]
14. यहोवा की बाट जोहता रह; [QBR] हियाव बाँध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; [QBR] हाँ, यहोवा ही की बाट जोहता रह! (भज. 31:24) [PE]