1. {#1विश्वास की घोषणा } [QS][PS]*दाऊद का भजन *[PE][PBR]यहोवा मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; [QE][QS]मैं किस से डरूँ*? [QE][QS]यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, [QE][QS]मैं किस का भय खाऊँ? [QE]
2. [QS]जब कुकर्मियों ने जो मुझे सताते और मुझी से [QE][QS]बैर रखते थे, [QE][QS]मुझे खा डालने के लिये मुझ पर चढ़ाई की, [QE][QS]तब वे ही ठोकर खाकर गिर पड़े। [QE]
3. [QS]चाहे सेना भी मेरे विरुद्ध छावनी डाले, [QE][QS]तो भी मैं न डरूँगा; चाहे मेरे विरुद्ध लड़ाई ठन जाए, [QE][QS]उस दशा में भी मैं हियाव बाँधे निश्चित रहूँगा। [QE]
4. [QS]एक वर मैंने यहोवा से माँगा है, [QE][QS]उसी के यत्न में लगा रहूँगा; [QE][QS]कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊँ, जिससे यहोवा की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूँ, [QE][QS]और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूँ। (भज. 6:8, भज. 23:6, फिलि. 3:13) [QE]
5. [QS]क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने [QE][QS]मण्डप में छिपा रखेगा; [QE][QS]अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, [QE][QS]और चट्टान पर चढ़ाएगा। (भज. 91:1, भज. 40:2, भज. 138:7) [QE]
6. [QS]अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊँचा होगा; [QE][QS]और मैं यहोवा के तम्बू में आनन्द के बलिदान चढ़ाऊँगा*; [QE][QS]और मैं गाऊँगा और यहोवा के लिए गीत गाऊँगा। (भज. 3:3) [QE]
7. [QS]हे यहोवा, मेरा शब्द सुन, मैं पुकारता हूँ, [QE][QS]तू मुझ पर दया कर और मुझे उत्तर दे। (भज. 130:2-4, भज. 13:3) [QE]
8. [QS]तूने कहा है, “मेरे दर्शन के खोजी हो।” [QE][QS]इसलिए मेरा मन तुझसे कहता है, [QE][QS]“हे यहोवा, तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूँगा।” [QE]
9. [QS]अपना मुख मुझसे न छिपा। [QE][QS]अपने दास को क्रोध करके न हटा, [QE][QS]तू मेरा सहायक बना है। [QE][QS]हे मेरे उद्धार करनेवाले परमेश्वर मुझे त्याग न दे, और मुझे छोड़ न दे! [QE]
10. [QS]मेरे माता-पिता ने तो मुझे छोड़ दिया है, [QE][QS]परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेगा। [QE]
11. [QS]हे यहोवा, अपना मार्ग मुझे सिखा, [QE][QS]और मेरे द्रोहियों के कारण मुझ को चौरस रास्ते पर ले चल। (भज. 5:8) [QE]
12. [QS]मुझ को मेरे सतानेवालों की इच्छा पर न छोड़, [QE][QS]क्योंकि झूठे साक्षी जो उपद्रव करने की धुन [QE][QS]में हैं* मेरे विरुद्ध उठे हैं। [QE]
13. [QS]यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की [QE][QS]पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूँगा, [QE][QS]तो मैं मूर्च्छित हो जाता। (भज. 142:5) [QE]
14. [QS]यहोवा की बाट जोहता रह; [QE][QS]हियाव बाँध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; [QE][QS]हाँ, यहोवा ही की बाट जोहता रह! (भज. 31:24) [QE]