1. {संकट के समय आत्मविश्वास} [PS] हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं! [QBR] वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। [QBR]
2. बहुत से मेरे विषय में कहते हैं, [QBR] कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता*। (सेला) [QBR]
3. परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है, [QBR] तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है*। [QBR]
4. मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ, [QBR] और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। (सेला) [QBR]
5. मैं लेटकर सो गया; [QBR] फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे संभालता है। [QBR]
6. मैं उस भीड़ से नहीं डरता, [QBR] जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं। [QBR]
7. उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! [QBR] क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है। [QBR] और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं। [QBR]
8. उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है*; [QBR] हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो। [PE]