1. {परमेश्वर हमारा शरणस्थान } [QS][PS]*प्रधान बजानेवाले के लिये कोरहवंशियों का, अलामोत की राग पर एक गीत *[PE][PBR]परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, [QE][QS]संकट में अति सहज से मिलनेवाला सहायक*। [QE]
2. [QS]इस कारण हमको कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी [QE][QS]उलट जाए, [QE][QS]और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएँ; [QE]
3. [QS]चाहे समुद्र गरजें और फेन उठाए, [QE][QS]और पहाड़ उसकी बाढ़ से काँप उठे। (सेला) (लूका 21:25, मत्ती 7:25) [QE]
4. [QS]एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के [QE][QS]नगर में [QE][QS]अर्थात् परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में [QE][QS]आनन्द होता है। [QE]
5. [QS]परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी [QE][QS]टलने का नहीं; [QE][QS]पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है। [QE]
6. [QS]जाति-जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य-राज्य [QE][QS]के लोग डगमगाने लगे; [QE][QS]वह बोल उठा, और पृथ्वी पिघल गई। (प्रका. 11:18, भज. 2:1) [QE]
7. [QS]सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; [QE][QS]याकूब का परमेश्वर हमारा ऊँचा गढ़ है। (सेला) [QE]
8. [QS]आओ, यहोवा के महाकर्म देखो, [QE][QS]कि उसने पृथ्वी पर कैसा-कैसा उजाड़ [QE][QS]किया है। [QE]
9. [QS]वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है; [QE][QS]वह धनुष को तोड़ता, और भाले को दो टुकड़े कर डालता है, [QE][QS]और रथों को आग में झोंक देता है! [QE]
10. [QS]“चुप हो जाओ, और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ। [QE][QS]मैं जातियों में महान हूँ, [QE][QS]मैं पृथ्वी भर में महान हूँ!” [QE]
11. [QS]सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; [QE][QS]याकूब का परमेश्वर हमारा ऊँचा गढ़ है। (सेला) [QE]