पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
भजन संहिता
1. {परमेश्‍वर हमारा राजा } [QS][PS]*प्रधान बजानेवाले के लिये कोरहवंशियों का भजन *[PE][PBR]हे देश-देश के सब लोगों, तालियाँ बजाओ! [QE][QS]ऊँचे शब्द से परमेश्‍वर के लिये जयजयकार करो! [QE]
2. [QS]क्योंकि यहोवा परमप्रधान और भययोग्य है, [QE][QS]वह सारी पृथ्वी के ऊपर महाराजा है। [QE]
3. [QS]वह देश-देश के लोगों को हमारे सम्मुख [QE][QS]नीचा करता, [QE][QS]और जाति-जाति को हमारे पाँवों के नीचे कर [QE][QS]देता है। [QE]
4. [QS]वह हमारे लिये उत्तम भाग चुन लेगा*, [QE][QS]जो उसके प्रिय याकूब के घमण्ड का कारण है। (सेला) [QE]
5. [QS]परमेश्‍वर जयजयकार सहित, [QE][QS]यहोवा नरसिंगे के शब्द के साथ ऊपर गया है। (लूका 24:51, यूह. 6:62, प्रेरि. 1:9, भज. 68:1-2) [QE]
6. [QS]परमेश्‍वर का भजन गाओ, भजन गाओ! [QE][QS]हमारे महाराजा का भजन गाओ, भजन गाओ! [QE]
7. [QS]क्योंकि परमेश्‍वर सारी पृथ्वी का महाराजा है; [QE][QS]समझ बूझकर बुद्धि से भजन गाओ। [QE]
8. [QS]परमेश्‍वर जाति-जाति पर राज्य करता है; [QE][QS]परमेश्‍वर अपने पवित्र सिंहासन पर [QE][QS]विराजमान है*। (भज. 96:10, प्रका. 19:6) [QE]
9. [QS]राज्य-राज्य के रईस अब्राहम के परमेश्‍वर [QE][QS]की प्रजा होने के लिये इकट्ठे हुए हैं। [QE][QS]क्योंकि पृथ्वी की ढालें परमेश्‍वर के वश में हैं, [QE][QS]वह तो शिरोमणि है। [QE]
Total 150 अध्याय, Selected अध्याय 47 / 150
1 {परमेश्‍वर हमारा राजा } प्रधान बजानेवाले के लिये कोरहवंशियों का भजन हे देश-देश के सब लोगों, तालियाँ बजाओ! ऊँचे शब्द से परमेश्‍वर के लिये जयजयकार करो! 2 क्योंकि यहोवा परमप्रधान और भययोग्य है, वह सारी पृथ्वी के ऊपर महाराजा है। 3 वह देश-देश के लोगों को हमारे सम्मुख नीचा करता, और जाति-जाति को हमारे पाँवों के नीचे कर देता है। 4 वह हमारे लिये उत्तम भाग चुन लेगा*, जो उसके प्रिय याकूब के घमण्ड का कारण है। (सेला) 5 परमेश्‍वर जयजयकार सहित, यहोवा नरसिंगे के शब्द के साथ ऊपर गया है। (लूका 24:51, यूह. 6:62, प्रेरि. 1:9, भज. 68:1-2) 6 परमेश्‍वर का भजन गाओ, भजन गाओ! हमारे महाराजा का भजन गाओ, भजन गाओ! 7 क्योंकि परमेश्‍वर सारी पृथ्वी का महाराजा है; समझ बूझकर बुद्धि से भजन गाओ। 8 परमेश्‍वर जाति-जाति पर राज्य करता है; परमेश्‍वर अपने पवित्र सिंहासन पर विराजमान है*। (भज. 96:10, प्रका. 19:6) 9 राज्य-राज्य के रईस अब्राहम के परमेश्‍वर की प्रजा होने के लिये इकट्ठे हुए हैं। क्योंकि पृथ्वी की ढालें परमेश्‍वर के वश में हैं, वह तो शिरोमणि है।
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