1. {परमेश्वर धर्मी न्यायाधीश } [QS][PS]*आसाप का भजन *[PE][PBR]सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा ने कहा है, [QE][QS]और उदयाचल से लेकर अस्ताचल तक पृथ्वी [QE][QS]के लोगों को बुलाया है। [QE]
2. [QS]सिय्योन से, जो परम सुन्दर है, [QE][QS]परमेश्वर ने अपना तेज दिखाया है। [QE]
3. [QS]हमारा परमेश्वर आएगा और चुपचाप न रहेगा, [QE][QS]आग उसके आगे-आगे भस्म करती जाएगी; [QE][QS]और उसके चारों ओर बड़ी आँधी चलेगी। [QE]
4. [QS]वह अपनी प्रजा का न्याय करने के लिये [QE][QS]ऊपर के आकाश को और पृथ्वी को भी पुकारेगा*: [QE]
5. [QS]“मेरे भक्तों को मेरे पास इकट्ठा करो, [QE][QS]जिन्होंने बलिदान चढ़ाकर मुझसे वाचा बाँधी है!” [QE]
6. [QS]और स्वर्ग उसके धर्मी होने का प्रचार करेगा [QE][QS]क्योंकि परमेश्वर तो आप ही न्यायी है। (सेला) (भजन 97:6, इब्रा. 12:23) [QE]
7. [QS]“हे मेरी प्रजा, सुन, मैं बोलता हूँ, [QE][QS]और हे इस्राएल, मैं तेरे विषय साक्षी देता हूँ। [QE][QS]परमेश्वर तेरा परमेश्वर मैं ही हूँ। [QE]
8. [QS]मैं तुझ पर तेरे बलियों के विषय दोष नहीं लगाता, [QE][QS]तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं। [QE]
9. [QS]मैं न तो तेरे घर से बैल [QE][QS]न तेरे पशुशालाओं से बकरे ले लूँगा। [QE]
10. [QS]क्योंकि वन के सारे जीव-जन्तु [QE][QS]और हजारों पहाड़ों के जानवर मेरे ही हैं। [QE]
11. [QS]पहाड़ों के सब पक्षियों को मैं जानता हूँ, [QE][QS]और मैदान पर चलने-फिरनेवाले जानवर मेरे ही हैं। [QE]
12. [QS]“यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता; [QE][QS]क्योंकि जगत और जो कुछ उसमें है वह मेरा है*। (प्रेरि. 17:25, 1 कुरि. 10:26) [QE]
13. [QS]क्या मैं बैल का माँस खाऊँ, [QE][QS]या बकरों का लहू पीऊँ? [QE]
14. [QS]परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, [QE][QS]और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर; (इब्रा. 13:15, सभो. 5:4-5) [QE]
15. [QS]और संकट के दिन मुझे पुकार; [QE][QS]मैं तुझे छुड़ाऊँगा, और तू मेरी महिमा करने पाएगा।” [QE]
16. [QS]परन्तु दुष्ट से परमेश्वर कहता है: [QE][QS]“तुझे मेरी विधियों का वर्णन करने से क्या काम? [QE][QS]तू मेरी वाचा की चर्चा क्यों करता है? [QE]
17. [QS]तू तो शिक्षा से बैर करता, [QE][QS]और मेरे वचनों को तुच्छ जानता है। [QE]
18. [QS]जब तूने चोर को देखा, तब उसकी संगति से प्रसन्न हुआ; [QE][QS]और परस्त्रीगामियों के साथ भागी हुआ।” [QE]
19. [QS]“तूने अपना मुँह बुराई करने के लिये खोला, [QE][QS]और तेरी जीभ छल की बातें गढ़ती है। [QE]
20. [QS]तू बैठा हुआ अपने भाई के विरुद्ध बोलता; [QE][QS]और अपने सगे भाई की चुगली खाता है। [QE]
21. [QS]यह काम तूने किया, और मैं चुप रहा; [QE][QS]इसलिए तूने समझ लिया कि परमेश्वर बिल्कुल मेरे समान है। [QE][QS]परन्तु मैं तुझे समझाऊँगा, और तेरी आँखों के [QE][QS]सामने सब कुछ अलग-अलग दिखाऊँगा।” [QE]
22. [QS]“हे परमेश्वर को भूलनेवालो* यह बात भली भाँति समझ लो, [QE][QS]कहीं ऐसा न हो कि मैं तुम्हें फाड़ डालूँ, [QE][QS]और कोई छुड़ानेवाला न हो। [QE]
23. [QS]धन्यवाद के बलिदान का चढ़ानेवाला मेरी महिमा करता है; [QE][QS]और जो अपना चरित्र उत्तम रखता है [QE][QS]उसको मैं परमेश्वर का उद्धार दिखाऊँगा!” (इब्रा. 13:15) [QE]