1. हे यहोवा हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है!
तूने अपना वैभव स्वर्ग पर दिखाया है। |
2. तूने अपने बैरियों के कारण बच्चों और शिशुओं के द्वारा अपनी प्रशंसा की है,
ताकि तू शत्रु और पलटा लेनेवालों को रोक रखे। (मत्ती 21:16) |
3. जब मैं आकाश को, जो तेरे हाथों का कार्य है,
और चंद्रमा और तरागण को जो तूने नियुक्त किए हैं, देखता हूँ; |
5. क्योंकि तूने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है,
और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है। |
6. तूने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है;
तूने उसके पाँव तले सब कुछ कर दिया है*। (1 कुरि. 15:27, इफि. 1:22, इब्रा. 2:6-8, प्रेरि. 17:31) |