1. {#1विजय के लिये धन्यवाद } [QS][PS]*प्रधान बजानेवाले के लिये मुतलबैयन कि राग पर दाऊद का भजन *[PE][PBR]हे यहोवा परमेश्वर मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूँगा; [QE][QS]मैं तेरे सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करूँगा। [QE]
2. [QS]मैं तेरे कारण आनन्दित और प्रफुल्लित होऊँगा, [QE][QS]हे परमप्रधान, मैं तेरे नाम का भजन गाऊँगा। [QE]
3. [QS]मेरे शत्रु पराजित होकर पीछे हटते हैं, [QE][QS]वे तेरे सामने से ठोकर खाकर नाश होते हैं। [QE]
4. [QS]तूने मेरे मुकद्दमें का न्याय मेरे पक्ष में किया है*; [QE][QS]तूने सिंहासन पर विराजमान होकर धर्म से न्याय किया। [QE]
5. [QS]तूने जाति-जाति को झिड़का और दुष्ट को नाश किया है; [QE][QS]तूने उनका नाम अनन्तकाल के लिये मिटा दिया है। [QE]
6. [QS]शत्रु अनन्तकाल के लिये उजड़ गए हैं; [QE][QS]उनके नगरों को तूने ढा दिया, [QE][QS]और उनका नाम और निशान भी मिट गया है। [QE]
7. [QS]परन्तु यहोवा सदैव सिंहासन पर विराजमान है*, [QE][QS]उसने अपना सिंहासन न्याय के लिये सिद्ध किया है; [QE]
8. [QS]और वह जगत का न्याय धर्म से करेगा, [QE][QS]वह देश-देश के लोगों का मुकद्दमा खराई से निपटाएगा। (भज. 96:13, प्रेरि. 17:31) [QE]
9. [QS]यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊँचा गढ़ ठहरेगा, [QE][QS]वह संकट के समय के लिये भी ऊँचा गढ़ ठहरेगा। [QE]
10. [QS]और तेरे नाम के जाननेवाले तुझ पर भरोसा रखेंगे, [QE][QS]क्योंकि हे यहोवा तूने अपने खोजियों को त्याग नहीं दिया। [QE]
11. [QS]यहोवा जो सिय्योन में विराजमान है, उसका भजन गाओ! [QE][QS]जाति-जाति के लोगों के बीच में उसके महाकर्मों का प्रचार करो! [QE]
12. [QS]क्योंकि खून का पलटा लेनेवाला उनको स्मरण करता है; [QE][QS]वह पिसे हुओं की दुहाई को नहीं भूलता। [QE]
13. [QS]हे यहोवा, मुझ पर दया कर। देख, मेरे बैरी मुझ पर अत्याचार कर रहे है, [QE][QS]तू ही मुझे मृत्यु के फाटकों से बचा सकता है; [QE]
14. [QS]ताकि मैं सिय्योन के फाटकों के पास तेरे सब गुणों का वर्णन करूँ, [QE][QS]और तेरे किए हुए उद्धार से मगन होऊँ। [QE]
15. [QS]अन्य जातिवालों ने जो गड्ढा खोदा था, उसी में वे आप गिर पड़े; [QE][QS]जो जाल उन्होंने लगाया था, उसमें उन्हीं का पाँव फंस गया। [QE]
16. [QS]यहोवा ने अपने को प्रगट किया, उसने न्याय किया है; [QE][QS]दुष्ट अपने किए हुए कामों में फंस जाता है। (हिग्गायोन*, सेला) [QE]
17. [QS]दुष्ट अधोलोक में लौट जाएँगे, [QE][QS]तथा वे सब जातियाँ भी जो परमेश्वर को भूल जाती है। [QE]
18. [QS]क्योंकि दरिद्र लोग अनन्तकाल तक बिसरे हुए न रहेंगे, [QE][QS]और न तो नम्र लोगों की आशा सर्वदा के लिये नाश होगी। [QE]
19. [QS]हे यहोवा, उठ, मनुष्य प्रबल न होने पाए! [QE][QS]जातियों का न्याय तेरे सम्मुख किया जाए। [QE]
20. [QS]हे यहोवा, उनको भय दिला! [QE][QS]जातियाँ अपने को मनुष्यमात्र ही जानें। (सेला) [QE]