1. {परमेश्वर के राज्य की महिमा }[PBR][QS]यहोवा राजा है; उसने माहात्म्य का पहरावा पहना है; [QE][QS]यहोवा पहरावा पहने हुए, और सामर्थ्य का फेटा बाँधे है। [QE][QS]इस कारण जगत स्थिर है, वह नहीं टलने का। [QE]
2. [QS]हे यहोवा, तेरी राजगद्दी अनादिकाल से स्थिर है, [QE][QS]तू सर्वदा से है। [QE]
3. [QS]हे यहोवा, महानदों का कोलाहल हो रहा है*, [QE][QS]महानदों का बड़ा शब्द हो रहा है, [QE][QS]महानद गरजते हैं। [QE]
4. [QS]महासागर के शब्द से, [QE][QS]और समुद्र की महातरंगों से, [QE][QS]विराजमान यहोवा अधिक महान है। [QE]
5. [QS]तेरी चितौनियाँ अति विश्वासयोग्य हैं; [QE][QS]हे यहोवा, तेरे भवन को युग-युग पवित्रता ही शोभा देती है। [QE]