1. {पवित्रता के लिये स्तुतिगान} PS यहोवा राजा हुआ है; देश-देश के लोग काँप उठें!
वह करूबों पर विराजमान है; पृथ्वी डोल उठे! (प्रका. 11:18, प्रका. 19:6) |
4. राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है,
तू ही ने सच्चाई को स्थापित किया; न्याय और धर्म को याकूब में तू ही ने चालू किया है। |
6. उसके याजकों में मूसा और हारून,
और उसके प्रार्थना करनेवालों में से शमूएल यहोवा को पुकारते थे*, और वह उनकी सुन लेता था। |
7. वह बादल के खम्भे में होकर उनसे बातें करता था;
और वे उसकी चितौनियों और उसकी दी हुई विधियों पर चलते थे। |
8. हे हमारे परमेश्वर यहोवा, तू उनकी सुन लेता था;
तू उनके कामों का पलटा तो लेता था तो भी उनके लिये क्षमा करनेवाला परमेश्वर था। |
9. हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो,
और उसके पवित्र पर्वत पर दण्डवत् करो; क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा पवित्र है! PE |