1. [QS]हे मेरी बहन, हे मेरी दुल्हिन, [QE][QS]मैं अपनी बारी में आया हूँ, [QE][QS]मैंने अपना गन्धरस और बलसान चुन लिया; [QE][QS]मैंने मधु समेत छत्ता* खा लिया, [QE][QS]मैंने दूध और दाखमधु पी लिया। [QE][QS]हे मित्रों, तुम भी खाओ, [QE][QS]हे प्यारों, पियो, मनमाना पियो! [QE]
2. {#1शुलेमी की बेचैन शाम } [QS]मैं सोती थी, परन्तु मेरा मन जागता था। [QE][QS]सुन! मेरा प्रेमी खटखटाता है, और कहता है, [QE][QS]“हे मेरी बहन, हे मेरी प्रिय, हे मेरी कबूतरी, [QE][QS]हे मेरी निर्मल, मेरे लिये द्वार खोल; [QE][QS]क्योंकि मेरा सिर ओस से भरा है, [QE][QS]और मेरी लटें रात में गिरी हुई बूंदों से भीगी हैं।” (प्रकाशित. 3:20) [QE]
3. [QS]मैं अपना वस्त्र उतार चुकी थी मैं उसे फिर कैसे पहनूँ? [QE][QS]मैं तो अपने पाँव धो चुकी थी अब उनको कैसे मैला करूँ? [QE]
4. [QS]मेरे प्रेमी ने अपना हाथ किवाड़ के छेद से भीतर डाल दिया, [QE][QS]तब मेरा हृदय उसके लिये उमड़ उठा। [QE]
5. [QS]मैं अपने प्रेमी के लिये द्वार खोलने को उठी, [QE][QS]और मेरे हाथों से गन्धरस टपका, [QE][QS]और मेरी अंगुलियों पर से टपकता हुआ गन्धरस बेंड़े की मूठों पर पड़ा। [QE]
6. [QS]मैंने अपने प्रेमी के लिये द्वार तो खोला [QE][QS]परन्तु मेरा प्रेमी मुड़कर चला गया था। [QE][QS]जब वह बोल रहा था, तब मेरा प्राण घबरा गया था [QE][QS]मैंने उसको ढूँढ़ा, परन्तु न पाया; [QE][QS]मैंने उसको पुकारा, परन्तु उसने कुछ उत्तर न दिया। [QE]
7. [QS]पहरेदार जो नगर में घूमते थे, मुझे मिले, [QE][QS]उन्होंने मुझे मारा और घायल किया; [QE][QS]शहरपनाह के पहरुओं ने मेरी चद्दर मुझसे छीन ली। [QE]
8. [QS]हे यरूशलेम की पुत्रियों, मैं तुम को शपथ धराकर कहती हूँ, यदि मेरा प्रेमी तुमको मिल जाए, [QE][QS]तो उससे कह देना कि मैं प्रेम में रोगी हूँ*। [QE]
9. [QS]हे स्त्रियों में परम सुन्दरी [QE][QS]तेरा प्रेमी और प्रेमियों से किस बात में उत्तम है? [QE][QS]तू क्यों हमको ऐसी शपथ धराती है? [QE]
10. [QS]मेरा प्रेमी गोरा और लालसा है, [QE][QS]वह दस हजार में उत्तम है। [QE]
11. [QS]उसका सिर उत्तम कुन्दन है; [QE][QS]उसकी लटकती हुई लटें कौवों की समान काली हैं। [QE]
12. [QS]उसकी आँखें उन कबूतरों के समान हैं जो [QE][QS]दूध में नहाकर नदी के किनारे [QE][QS]अपने झुण्ड में एक कतार से बैठे हुए हों। [QE]
13. [QS]उसके गाल फूलों की फुलवारी और बलसान [QE][QS]की उभरी हुई क्यारियाँ हैं। [QE][QS]उसके होंठ सोसन फूल हैं* जिनसे पिघला हुआ गन्धरस टपकता है। [QE]
14. [QS]उसके हाथ फीरोजा जड़े हुए सोने की छड़ें हैं। [QE][QS]उसका शरीर नीलम के फूलों से जड़े हुए हाथीदाँत का काम है। [QE]
15. [QS]उसके पाँव कुन्दन पर बैठाये हुए संगमरमर के खम्भे हैं। [QE][QS]वह देखने में लबानोन और सुन्दरता में देवदार के वृक्षों के समान मनोहर है। [QE]
16. [QS]उसकी वाणी* अति मधुर है, हाँ वह परम सुन्दर है। [QE][QS]हे यरूशलेम की पुत्रियों, यही मेरा प्रेमी और यही मेरा मित्र है। [QE]