पवित्र बाइबिल

भगवान का अनुग्रह उपहार
यहेजकेल
1. फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा।
2. हे मतुष्य के सन्तान अपना मुख इस्राएल के पहाड़ों की ओर करके उनके विरूद्ध भविष्यद्वाणी कर,
3. और कह, हे इस्राएल के पहाड़ो, प्रभु यहोवा का वचन सुनो ! प्रभु यहोवा पहाड़ों और पहाड़ियों से, और नालों और तराइयों से यों कहता है, देखो, मैं तुम पर तलवार चलवाऊंगा, और तुम्हारे पूजा के ऊंचे स्थानों को नाश करूंगा।
4. तुम्हारी वेदियां उजड़ेंगी और तुम्हारी सूर्य की प्रतिमाएं तोड़ी जाएंगी; और मैं तुम में से मारे हुओं को तुम्हारी मूरतों के आगे फेंक दूंगा।
5. मैं इस्राएलियों की लोथों को उनकी मूरतों के साम्हने रखूंगा, और उनकी हडि्डयों को तुम्हारी वेदियों के आस पास छितरा दूंगां
6. तुम्हारे जितने बसाए हुए नगर हैं, वे सब ऐसे उजड़ जाएंगे, कि तुम्हारे पूजा के ऊंचे स्थान भी उजाड़ हो जाएंगे, तुम्हारी वेदियां उजड़ेंगी और ढाई जाएंगी, तुम्हारी मूरतें जाती रहेंगी और तुम्हारी सूर्य की प्रतिमाएं काटी जाएंगी; और तुम्हारी सारी कारीगरी मिटाई जाएगी।
7. और तुम्हारे बीच मारे हुए गिरेंगे, और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
8. तौभी मैं कितनों को बचा रखूंगा। सो जब तुम देश देश में तितर- बितर होगे, तब अन्यजातियों के बीच तुम्हारे कुछ लोग तलवार से बच जाएंगे।
9. और वे बचे हुए जोग, उन जातियों के बीच, जिन में वे बंधुए होकर जाएंगे, मुझे स्मरण करेंगे; और यह भी कि हमारा व्यभिचारी हृदय यहोवा से कैसे हट गया है और व्यभिचारिणी की सी हमारी आंखें मूरतों पर कैसी लगी हैं जिस से यहोवा का मन टूटा है। इस रीति से उन बुराइयों के कारण, जो उन्हों ने अपने सारे घिनौने काम करके की हैं, वे अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरेंगे।
10. तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ, और उनकी सारी हानि करने को मैं ने जो यह कहा है, उसे व्यर्थ नहीं कहा।
11. प्रभु यहोवा यों कहता है, कि अपना हाथ मारकर और अपना पांव पटककर कह, इस्राएल के घराने के सारे घिनौने कामों पर हाय, हाय, क्योंकि वे तलवार, भूख, और मरी से नाश हो जाएंगे।
12. जो दूर हो वह मरी से मरेगा, और जो निकट हो वह तलवार से मार डाला जाएगा; और जो बचकर नगर में रहते हुए घेरा जाए, वह भूख से मरेगा। इस भांति मैं अपनी जलजलाहट उन पर पूरी रीति से उतारूंगा।
13. और जब हर एक ऊंची पहाड़ी और पहाड़ों की हर एक चोटी पर, और हर एक हरे पेड़ के नीचे, और हर एक घने बांजवृक्ष की छाया में, जहां जहां वे अपनी सब मूरतों को सुखदायक सुगन्ध द्रव्य चढ़ाते हैं, वहां उनके मारे हुए लोग अपनी वेदियों के आस पास अपनी मूरतों के बीच में पड़े रहेंगे; तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
14. मैं अपना हाथ उनके विरूद्ध बढ़ाकर उस देश को सारे घरों समेत जंगल से ले दिबला की ओर तक उजाड़ ही उजाड़ कर दूंगा। तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।

Notes

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यहेजकेल 6
1. फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा।
2. हे मतुष्य के सन्तान अपना मुख इस्राएल के पहाड़ों की ओर करके उनके विरूद्ध भविष्यद्वाणी कर,
3. और कह, हे इस्राएल के पहाड़ो, प्रभु यहोवा का वचन सुनो ! प्रभु यहोवा पहाड़ों और पहाड़ियों से, और नालों और तराइयों से यों कहता है, देखो, मैं तुम पर तलवार चलवाऊंगा, और तुम्हारे पूजा के ऊंचे स्थानों को नाश करूंगा।
4. तुम्हारी वेदियां उजड़ेंगी और तुम्हारी सूर्य की प्रतिमाएं तोड़ी जाएंगी; और मैं तुम में से मारे हुओं को तुम्हारी मूरतों के आगे फेंक दूंगा।
5. मैं इस्राएलियों की लोथों को उनकी मूरतों के साम्हने रखूंगा, और उनकी हडि्डयों को तुम्हारी वेदियों के आस पास छितरा दूंगां
6. तुम्हारे जितने बसाए हुए नगर हैं, वे सब ऐसे उजड़ जाएंगे, कि तुम्हारे पूजा के ऊंचे स्थान भी उजाड़ हो जाएंगे, तुम्हारी वेदियां उजड़ेंगी और ढाई जाएंगी, तुम्हारी मूरतें जाती रहेंगी और तुम्हारी सूर्य की प्रतिमाएं काटी जाएंगी; और तुम्हारी सारी कारीगरी मिटाई जाएगी।
7. और तुम्हारे बीच मारे हुए गिरेंगे, और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
8. तौभी मैं कितनों को बचा रखूंगा। सो जब तुम देश देश में तितर- बितर होगे, तब अन्यजातियों के बीच तुम्हारे कुछ लोग तलवार से बच जाएंगे।
9. और वे बचे हुए जोग, उन जातियों के बीच, जिन में वे बंधुए होकर जाएंगे, मुझे स्मरण करेंगे; और यह भी कि हमारा व्यभिचारी हृदय यहोवा से कैसे हट गया है और व्यभिचारिणी की सी हमारी आंखें मूरतों पर कैसी लगी हैं जिस से यहोवा का मन टूटा है। इस रीति से उन बुराइयों के कारण, जो उन्हों ने अपने सारे घिनौने काम करके की हैं, वे अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरेंगे।
10. तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ, और उनकी सारी हानि करने को मैं ने जो यह कहा है, उसे व्यर्थ नहीं कहा।
11. प्रभु यहोवा यों कहता है, कि अपना हाथ मारकर और अपना पांव पटककर कह, इस्राएल के घराने के सारे घिनौने कामों पर हाय, हाय, क्योंकि वे तलवार, भूख, और मरी से नाश हो जाएंगे।
12. जो दूर हो वह मरी से मरेगा, और जो निकट हो वह तलवार से मार डाला जाएगा; और जो बचकर नगर में रहते हुए घेरा जाए, वह भूख से मरेगा। इस भांति मैं अपनी जलजलाहट उन पर पूरी रीति से उतारूंगा।
13. और जब हर एक ऊंची पहाड़ी और पहाड़ों की हर एक चोटी पर, और हर एक हरे पेड़ के नीचे, और हर एक घने बांजवृक्ष की छाया में, जहां जहां वे अपनी सब मूरतों को सुखदायक सुगन्ध द्रव्य चढ़ाते हैं, वहां उनके मारे हुए लोग अपनी वेदियों के आस पास अपनी मूरतों के बीच में पड़े रहेंगे; तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ।
14. मैं अपना हाथ उनके विरूद्ध बढ़ाकर उस देश को सारे घरों समेत जंगल से ले दिबला की ओर तक उजाड़ ही उजाड़ कर दूंगा। तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ।
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