1. {#1इस्राएल परमेश्वर के पास नहीं लौटा } [QS]शमरिया की पहाड़ी पर निवास कर रही बाशान की गायों, यह संदेश तुम्हारे लिए है, [QE][QS2]तुम निर्धनों पर अत्याचार करती हो, ज़रूरतमंदों को कुचलती हो, [QE][QS2]अपने पति को आदेश देती हो, “जाओ, पीने के लिए कुछ ले आओ!” [QE]
2. [QS]प्रभु याहवेह ने अपनी पवित्रता की शपथ ली है: [QE][QS2]“भविष्य में ऐसा समय निश्चित रूप से आएगा [QE][QS]जब तुम्हें कांटों में फंसाकर ले जाया जाएगा, [QE][QS2]तुममें से एक-एक को मछली पकड़ने के कांटों में फंसाकर ले जाया जाएगा. [QE]
3. [QS]तुममें से प्रत्येक दीवार के दरारों से [QE][QS2]सीधा निकल जाएगा, [QE][QS]और तुम्हें हर्मोन की ओर फेंक दिया जाएगा.” [QE][QS2]याहवेह की यह घोषणा है. [QE]
4. [QS]“जाओ और बेथेल में अपराध करो; [QE][QS2]गिलगाल में जाकर और ज्यादा अपराध करो. [QE][QS]प्रातःकाल अपनी भेंट बलि लेकर आया करो, [QE][QS2]और हर तीसरे साल[* साल किंवादिन ] अपना दशमांश लाओ. [QE]
5. [QS]खमीर युक्त रोटी को धन्यवाद बलि के रूप में जलाओ [QE][QS2]अपने स्वेच्छा बलियों के बारे में डींग मारो— [QE][QS]हे इस्राएलियो, उनके बारे में घमंड करो, [QE][QS2]क्योंकि ऐसा करना तुम्हें अच्छा लगता है,” [QE][QS2]प्रभु याहवेह की यह घोषणा है. [QE][PBR]
6. [QS]“मैंने हर शहर में तुम्हें भूखे पेट रखा [QE][QS2]और हर नगर में भोजन की घटी की, [QE][QS]फिर भी तुम मेरी ओर नहीं फिरे.” [QE][QS2]याहवेह की यह घोषणा है. [QE][PBR]
7. [QS]“जब कटनी के लिए तीन माह बचे थे, [QE][QS2]तब मैंने वर्षा को रोके रखा. [QE][QS]मैंने एक नगर पर वर्षा की, [QE][QS2]पर दूसरे नगर पर पानी नहीं बरसाया. [QE][QS]एक खेत पर वर्षा हुई, [QE][QS2]किंतु दूसरे पर नहीं और वह सूख गया. [QE]
8. [QS]लोग लड़खड़ाते हुए एक नगर से दूसरे नगर में भटकते रहे [QE][QS2]किंतु उन्हें पीने के लिये पर्याप्त पानी न मिला, [QE][QS]फिर भी तुम मेरी ओर न फिरे,” [QE][QS2]याहवेह की यह घोषणा है. [QE][PBR]
9. [QS]“कई बार मैंने तुम्हारे बगीचों और अंगूर की बारियों पर कहर बरपाया, [QE][QS2]बीमारी और फफूंदी से उन्हें नाश किया. [QE][QS]टिड्डियां तुम्हारे अंजीर और जैतून के पेड़ों को खा गईं, [QE][QS2]तो भी तुम मेरी ओर न फिरे,” [QE][QS2]याहवेह की यह घोषणा है. [QE][PBR]
10. [QS]“मैंने मिस्र देश में भेजी महामारी की तरह [QE][QS2]तुम्हारे बीच में भी महामारियां भेजी. [QE][QS]मैंने तुम्हारे लूटे हुए घोड़ों के साथ, [QE][QS2]तुम्हारे जवानों को तलवार से मार डाला. [QE][QS]मैंने तुम्हारे छावनी के शवों की दुर्गंध से तुम्हारे नथुनों को भर दिया, [QE][QS2]फिर भी तुम मेरी ओर न फिरे,” [QE][QS2]याहवेह की यह घोषणा है. [QE][PBR]
11. [QS]“मैंने तुममें से कुछ का ऐसा विनाश किया [QE][QS2]जैसा मैं, परमेश्वर, ने सोदोम और अमोराह का किया था. [QE][QS]उस समय तुम वैसे ही थे, जैसे आग से निकाली गई जलती हुई लकड़ी, [QE][QS2]फिर भी तुम मेरी ओर न फिरे,” [QE][QS2]याहवेह की यह घोषणा है. [QE][PBR]
12. [QS]“इसलिये हे इस्राएल, मैं तुम्हारे साथ ऐसा करनेवाला हूं, [QE][QS2]और क्योंकि मैं तुम्हारे साथ ऐसा करनेवाला हूं, हे इस्राएल, [QE][QS2]अपने परमेश्वर से भेंट करने के लिए तैयार हो जाओ.” [QE][PBR]
13. [QS]जिसने पर्वतों की रचना की, [QE][QS2]जिसने वायु की सृष्टि की, [QE][QS2]और जो अपने विचारों को मनुष्यों पर प्रकट करते हैं, [QE][QS]जो प्रातःकाल को अंधकार में बदल देते हैं, [QE][QS2]और पृथ्वी के ऊंचे स्थानों पर चलते हैं— [QE][QS2]उनका नाम याहवेह सर्वशक्तिमान परमेश्वर है. [QE]