1. {#1इस्राएल के विरुद्ध परमेश्वर का क्रोध } [QS]जब एफ्राईम बोलता था तो लोग कांप उठते थे; [QE][QS2]वह इस्राएल में बड़ा आदमी था. [QE][QS2]पर वह बाल देवता की आराधना का दोषी हुआ और मर गया. [QE]
2. [QS]अब वे और अधिक पाप करते हैं; [QE][QS2]वे अपनी चांदी से स्वयं के लिये मूर्तियां बनाते हैं, [QE][QS]जिनमें बुद्धिमानी से कारीगरी की गई है, [QE][QS2]और ये सब शिल्पकारों का काम है. [QE][QS]इन लोगों के बारे में कहा जाता है, [QE][QS2]“वे मानव बलि चढ़ाते हैं! [QE][QS2]वे बछड़े की मूर्तियों को चूमते हैं!” [QE]
3. [QS]इसलिये वे सुबह के कोहरे, [QE][QS2]सुबह के ओस के समान हैं जो गायब हो जाती है, [QE][QS2]वे खलिहान की भूसी के समान हैं जो घूमते हुए उड़ जाती है, [QE][QS2]या वे खिड़की से बाहर आते धुएं के समान हैं. [QE][PBR]
4. [QS]“परंतु मैं तब से याहवेह तुम्हारा परमेश्वर हूं, [QE][QS2]जब से तुम मिस्र देश से निकलकर आये. [QE][QS]तुम मेरे सिवाय किसी और को परमेश्वर करके न मानना, [QE][QS2]मेरे अलावा कोई और उद्धारकर्ता नहीं है. [QE]
5. [QS]मैंने उजाड़-निर्जन प्रदेश में, [QE][QS2]गर्मी से तपते देश में तुम्हारा ध्यान रखा. [QE]
6. [QS]जब मैंने उन्हें खाना खिलाया, तो वे संतुष्ट हुए; [QE][QS2]और जब वे संतुष्ट हो गए, तो वे घमंडी हो गए; [QE][QS2]और तब वे मुझे भूल गए. [QE]
7. [QS]इसलिये मैं उनके लिये एक सिंह के जैसा होऊंगा, [QE][QS2]एक चीते के समान मैं रास्ते पर उनके घात में रहूंगा. [QE]
8. [QS]मैं उनके लिये उस मादा भालू के समान बन जाऊंगा, जिसके बच्चे छीन लिये गये हैं, [QE][QS2]मैं उन पर हमला करूंगा और उन्हें फाड़ डालूंगा; [QE][QS]एक सिंह के समान मैं उन्हें फाड़ डालूंगा, [QE][QS2]एक जंगली जानवर उन्हें फाड़कर अलग-अलग कर देगा. [QE][PBR]
9. [QS]“हे इस्राएल, तुम नाश हुए, [QE][QS2]क्योंकि तुम मेरे विरुद्ध, मेरे सहायक के विरुद्ध हो. [QE]
10. [QS]कहां है तुम्हारा राजा, जो तुम्हें बचाए? [QE][QS2]कहां हैं तुम्हारे सब नगरों के शासक, [QE][QS]जिनके बारे में तुमने कहा था, [QE][QS2]‘मुझे एक राजा और राजकुमार दो’? [QE]
11. [QS]इसलिये गुस्से में आकर मैंने तुम्हें एक राजा दिया, [QE][QS2]और अपने क्रोध में ही मैंने उसे तुमसे अलग कर दिया. [QE]
12. [QS]एफ्राईम के अपराध बहुत हो गये हैं, [QE][QS2]उसके पापों का लेखा-जोखा रखा गया है. [QE]
13. [QS]उसको एक स्त्री के बच्चे जनने की सी पीड़ा होगी, [QE][QS2]पर वह बिना बुद्धि का एक बच्चा है; [QE][QS]जब प्रसव का समय आता है, [QE][QS2]तो उसे गर्भ से बाहर आने का ज्ञान नहीं होता. [QE][PBR]
14. [QS]“मैं इन लोगों को कब्र की शक्ति से छुटकारा दूंगा; [QE][QS2]मैं इन्हें मृत्यु से बचाऊंगा. [QE][QS]हे मृत्यु, कहां है तुम्हारी महामारियां? [QE][QS2]हे कब्र, कहां है तुम्हारा विनाश? [QE][PBR] [QS]“मैं कोई करुणा नहीं करूंगा, [QE]
2. [QS2]यद्यपि वह अपने भाइयों के बीच उन्नति करे. [QE][QS]एक पूर्वी हवा याहवेह की ओर से [QE][QS2]मरुस्थल से बहेगी; [QE][QS]उसके सोतों से पानी का फूटना बंद हो जाएगा [QE][QS2]और उसका कुंआ सूख जाएगा. [QE][QS]उसके गोदाम में रखी [QE][QS2]सब बहुमूल्य चीज़ें लूट ली जाएंगी. [QE]
16. [QS]अवश्य है कि शमरिया के लोग अपने अपराध का दंड भोगें, [QE][QS2]क्योंकि उन्होंने अपने परमेश्वर के विरुद्ध विद्रोह किया है. [QE][QS]वे तलवार से मारे जाएंगे; [QE][QS2]उनके छोटे बच्चों को भूमि पर पटक दिया जाएगा, [QE][QS2]और उनकी गर्भवती स्त्रियों के पेट फाड़ दिए जाएंगे.” [QE]