1. {#1कूश के विरोध में भविष्यवाणी } [QS]हाय कूश नदी के दूसरी [QE][QS2]ओर के देश पर जहां पंखों की फड़फड़ाहट की आवाज सुनाई देती है, [QE]
2. [QS]वह जो पानी में पपीरस नौकाओं में समुद्र के द्वारा दूत भेजता है, [QE][PBR] [QS]तुम जो स्वस्थ और लंबे डीलडौल के हो, [QE][QS]उस देश में उन लोगों के पास जाओ, [QE][QS2]जहां दूर-दूर तक जिनका डर मन में है, [QE][QS]तथा जो देश सिद्ध एवं सुंदर है, [QE][QS2]और जिनके बीच से नदियां बहती हैं. [QE]
3. [QS]हे सारी पृथ्वी के लोगों सुनो, [QE][QS]जब पर्वतों पर झंडा ऊंचा किया जाए [QE][QS2]और जब तुरही फूंकी जायेगी, [QE]
4. [QS]तब याहवेह ने मुझसे कहा, [QE][QS2]“सूर्य की तेज धूप तथा कटनी के समय ओस के बादल में रहकर मैं चुपचाप देखूंगा.” [QE]
5. [QS]क्योंकि जैसे ही कलियां खिल जाएं [QE][QS2]और फूल पके हुए दाख बन जाएं, [QE][QS]तब याहवेह टहनी से वह अंकुरों को छांटेंगे, [QE][QS2]और बढ़ती हुई डालियों को काटकर अलग कर देंगे. [QE]
6. [QS]जो मांसाहारी पक्षियों [QE][QS2]और पृथ्वी के पशुओं के लिए होगा; [QE][QS]मांसाहारी पक्षी इन पर धूप में, [QE][QS2]तथा पृथ्वी के पशु इस पर सर्दी में बैठेंगे. [QE]
7. [PS]स्वस्थ और लंबे डीलडौल के [PE][QS]लोग जो अजीब भाषा का, आक्रामक राष्ट्र हैं, जिन्हें दूर और पास के सब लोग डरते हैं, [QE][QS2]और जो देश सिद्ध एवं सुंदर है, [QE][QS2]जिसके बीच से नदियां बहती हैं— [QE][MS]उनकी ओर से उस समय सेनाओं के याहवेह के नाम में प्रतिष्ठित ज़ियोन पर्वत पर भेंट लाई जाएगी. [ME]