1. {#1इस्राएल के पाप और सेवक की आज्ञाकारिता } [PS]याहवेह यों कहता है: [PE][QS]“कहां है वह तलाक पत्र जो मैंने तुम्हारी माता से अलग होने पर दिया था [QE][QS2]या किसी व्यापारी को बेचा था? [QE][QS]देखो तुम्हारे ही अधर्म के कारण [QE][QS2]तुम बेचे गये? [QE][QS]और तुम्हारे ही पापों के कारण; [QE][QS2]तुम दूर किए गये. [QE]
2. [QS]मेरे यहां पहुंचने पर, यहां कोई पुरुष क्यों न था? [QE][QS2]मेरे पुकारने पर, जवाब देने के लिये यहां कोई क्यों न था? [QE][QS]क्या मेरा हाथ ऐसा कमजोर हो गया कि छुड़ा नहीं सकता? [QE][QS2]या मुझमें उद्धार करने की शक्ति नहीं? [QE][QS]देखो, मैं अपनी डांट से ही सागर को सूखा देता हूं, [QE][QS2]और नदियों को मरुस्थल में बदल देता हूं; [QE][QS]जल न होने के कारण वहां की मछलियां मर जाती हैं [QE][QS2]और बदबू आने लगती है. [QE]
3. [QS]मैं ही आकाश को दुःख का काला कपड़ा पहना देता हूं [QE][QS2]ओर टाट को उनका आवरण बना देता हूं.” [QE][PBR]
4. [QS]परमेश्वर याहवेह ने मुझे सिखाने वालों की जीभ दी है, [QE][QS2]ताकि मैं थके हुओं को अपने शब्दों से संभाल सकूं. [QE][QS]सुबह वह मुझे जगाता है, [QE][QS2]और मेरे कान खोलता है कि मैं शिष्य के समान सुनूं. [QE]
5. [QS]वह जो प्रभु याहवेह हैं, उन्होंने मेरे कान खोल दिए हैं; [QE][QS2]मैंने न तो विरोध किया, [QE][QS2]और न पीछे हटा. [QE]
6. [QS]मैंने विरोधियों को अपनी पीठ दिखा दी, [QE][QS2]तथा अपने गाल उनके सामने किए, कि वे मेरी दाढ़ी के बाल नोच लें; [QE][QS]मैंने अपने मुंह को थूकने [QE][QS2]तथा मुझे लज्जित करने से बचने के लिये नहीं छिपाया. [QE]
7. [QS]क्योंकि वह, जो प्रभु याहवेह हैं, मेरी सहायता करते हैं, [QE][QS2]तब मुझे लज्जित नहीं होना पड़ा. [QE][QS]और मैंने अपना मुंह चमका लिया है, [QE][QS2]और मैं जानता हूं कि मुझे लज्जित होना नहीं पड़ेगा. [QE]
8. [QS]मेरे निकट वह है, जो मुझे निर्दोष साबित करता है. [QE][QS2]कौन मुझसे लड़ेगा? [QE][QS2]चलो, हम आमने-सामने खड़े होंगे! [QE][QS]कौन मुझ पर दोष लगाएगा? [QE][QS2]वह मेरे सामने आए! [QE]
9. [QS]सुनो, वह जो प्रभु याहवेह हैं, मेरी सहायता करते हैं. [QE][QS2]कौन मुझे दंड की आज्ञा देगा? [QE][QS]देखो, वे सभी वस्त्र समान पुराने हो जाएंगे; [QE][QS2]उन्हें कीड़े खा जाएंगे. [QE][PBR]
10. [QS]तुम्हारे बीच ऐसा कौन है जो याहवेह का भय मानता है, [QE][QS2]जो उनके सेवक की बातों को मानता है? [QE][QS]जो अंधकार में चलता है, [QE][QS2]जिसके पास रोशनी नहीं, [QE][QS]वह याहवेह पर भरोसा रखे [QE][QS2]तथा अपने परमेश्वर पर आशा लगाये रहे. [QE]
11. [QS]तुम सभी, जो आग जलाते [QE][QS2]और अपने आस-पास आग का तीर रखे हुए हो, [QE][QS]तुम अपने द्वारा जलाई हुई आग में जलते रहो, [QE][QS2]जो तुमने जला रखे हैं. [QE][QS]मेरी ओर से यही होगा: [QE][QS2]तुम यातना में पड़े रहोगे. [QE][PBR]