1. {#1कनान बंटवारे के बारे में निर्देश } [LS4] इसके बाद याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी,
2. “तुम इस्राएलियों को यह आदेश दो: ‘जब तुम कनान देश में प्रवेश करो, तो यही वह देश होगा, जो तुम्हारे उत्तराधिकार के लिए ठहराया गया है—हां, कनान देश उसकी सीमाओं सहित: [LE][PBR]
3. [LS] “ ‘तुम्हारे देश का दक्षिण क्षेत्र ज़िन के निर्जन प्रदेश से एदोम की सीमा तक पूर्व में लवण-सागर तक होगी.
4. तब तुम्हारी सीमा मुड़कर दक्षिण से अक्रब्बीम की चढ़ाई की ओर होगी और ज़िन की दिशा में बढ़ती जाएगी और इसका अंत होगा कादेश-बरनेअ का दक्षिण. यह हाज़ार अद्दार पहुंचकर आज़मोन से
5. मिस्र की नदी की ओर हो जाएगी और सागर तट पर जाकर खत्म हो जाएगी. [LE]
6. [LS] पश्चिमी सीमा के विषय में, महासागर[* महासागर अर्थात् भूमध्य सागर ] अर्थात् इसका सारा तट यही तुम्हारी पश्चिमी सीमा होगी. [LE]
7. [LS] तुम्हारी उत्तरी सीमा: तुम अपनी सीमा रेखा भूमध्य-सागर से लेकर होर पर्वत तक डालोगे.
8. तब तुम होर पर्वत से लबो-हामाथ तक सीमा रेखा डालोगे और सीमा का समापन होगा ज़ेदाद पर.
9. सीमा रेखा ज़िफरोन की दिशा में आगे बढ़ेगी और इसका समापन होगा हाज़ार-एनान पर; यह होगी तुम्हारी उत्तरी सीमा. [LE]
10. [LS] पूर्वी सीमा के लिए तुम हाज़ार-एनान से शेफम तक रेखा डालोगे,
11. सीमा रेखा शेफम से रिबलाह, जो एइन के पूर्व में है, की दिशा में बढ़ेगी. यह सीमा नीचे की ओर आगे बढ़कर किन्नेरेथ झील की ढलान पर पहुंचेगी.
12. फिर सीमा यरदन की दिशा में जाएगी और लवण-सागर पर जा समाप्त हो जाएगी. [LE][PBR] [LS4]“ ‘यही होगी हर एक दिशा से सीमाओं के अनुसार तुम्हें दिया गया वह देश.’ ” [LE][PBR]
13. [PS]फिर मोशेह ने इस्राएलियों को यह आदेश दिया: “यही है, वह देश, जिसका बंटवारा तुम्हें पासा फेंककर अधिकार के लिए करना है, जिसे याहवेह ने साढ़े नौ गोत्रों को देने का आदेश दिया है.
14. रियूबेन गोत्र के वंशजों ने अपने पितरों के कुलों के अनुसार अपना अंश प्राप्त कर लिया है, वैसे ही गाद गोत्र के वंशजों ने और मनश्शेह के आधे गोत्र ने भी अपना अंश प्राप्त कर लिया है.
15. यरदन के इसी ओर, येरीख़ो के सामने भूमि के भाग पर सूर्योदय की दिशा, पूर्व में, इन ढाई गोत्रों ने अपना अपना निर्धारित भाग प्राप्त कर लिया है.” [LE]
16. [PS]याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी,
17. “मीरास के रूप में भूमि बांटने के लिए चुने गए व्यक्ति ये हैं: पुरोहित एलिएज़र तथा नून के पुत्र यहोशू.
18. मीरास बांटने के लिए तुम हर एक गोत्र में से एक प्रधान चुनोगे. [LE][PBR]
19. [LS4] “चुने गए व्यक्ति ये हैं: [LE][PBR] [LS]“यूदाह गोत्र से येफुन्नेह का पुत्र कालेब; [LE]
20. [LS] शिमओन के वंशजों में से अम्मीहूद का पुत्र शमुएल; [LE]
21. [LS] बिन्यामिन के वंशजों में से कीसलोन का पुत्र एलिदाद; [LE]
22. [LS] दान के वंशजों में से योगली का पुत्र बुक्की प्रधान था; [LE]
23. [LS] योसेफ़ के वंशजों में से, मनश्शेह के वंशजों का प्रधान था एफ़ोद का पुत्र हन्निएल; [LE]
24. [LS] योसेफ़ के पुत्र एफ्राईम के गोत्र में से नेता शिफतन के पुत्र केमुएल थे; [LE]
25. [LS] एफ्राईम के वंशजों में से प्रधान था पारनाख का पुत्र एलिज़ाफ़ान; [LE]
26. [LS] इस्साखार के वंशजों में से चुना गया प्रधान था, अज्जान का पुत्र पालतिएल; [LE]
27. [LS] आशेर के वंशजों से चुना गया प्रधान था शेलोमी का पुत्र अहीहूद; [LE]
28. [LS] नफताली के वंशजों में से चुना गया प्रधान था अम्मीहूद का पुत्र पेदेहेल.” [LE][PBR]
29. [LS4] ये सब वे हैं, जिन्हें इस्राएलियों को कनान देश में मीरास की भूमि बांटने का आदेश दिया गया था. [LE]